दरअसल, फूप कस्बे में श्याम पैथोलॉजी लैब में मलेरिया की जांच कराने पहुंचे। 45 साल के सुरेश कुमार को मलेरिया नोटसीन के साथ-साथ प्रेग्नेंसी रिपोर्ट भी पॉजिटिव दर्शा दी गई। सुरेश चार जुलाई को स्थानीय डॉक्टर के पास चेकअप के लिए गया था।
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दो दिन से बुखार नहीं उतरने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ डीके शर्मा के पास पहुंचा। जहां उन्होंने उसको मलेरिया टेस्ट कराने को कहा। उसने बताया कि वह जांच करवा चुका है, जब रिपोर्ट देखी तो उसमें मलेरिया नोटसीन और प्रेग्नेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव थी।
दो दिन से बुखार नहीं उतरने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ डीके शर्मा के पास पहुंचा। जहां उन्होंने उसको मलेरिया टेस्ट कराने को कहा। उसने बताया कि वह जांच करवा चुका है, जब रिपोर्ट देखी तो उसमें मलेरिया नोटसीन और प्रेग्नेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव थी।
इसे भी पढ़ें: भाई बोला-दारोगा जी, मैं गर्भवती बहन को गोली मार दिया हूं, दूसरे समाज के लड़के से की थी शादी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फूप के बीएमओ डॉ डीके शर्मा ने बताया कि मरीज मेरे पास आया था जिसकी रिपोर्ट देखने के बाद ये मामला सामने आया है। घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
इसे भी पढ़ें: 3 लड़की के साथ 15 दिन से शिवानी ले रही थी ड्रग्स, 2 लड़के कॉलोनी में रख गए शव तो दादी-चाची ने सुनाई कहानी वहीं, जिला अस्पताल भिंड के सीएमएचओ ने कहा कि जिस पैथोलॉजी लैब से इस तरह की रिपोर्ट जारी की गई है, उसके निरीक्षण के लिए टीम भेजी है। गड़बड़ी पाए जाने पर उसे सील किए जाने के अलावा लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: पांच महीने की गर्भवती महिला सब इंस्पेक्टर ने डॉक्टर से 6 हजार रुपये में की डील, फिर हुआ उसके करतूतों का पर्दाफाश इसके साथ ही पैथोलॉजी संचालक निलेश रावत ने बताया कि भूलवश कॉलम खाली छूट गया था, किसी ने रिपोर्ट पर पॉजिटिव लिख दिया है। संबंधित मरीज मलेरिया टेस्ट के लिए आया था जिसे नोटसीन बताया गया है। वहीं, शुरुआती जांच करने वाला डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार हो गया है।