
फैलाई जा रही हैं कोरोना वायरस से बचाव की ये सावधानियां, हैं एकदम झूठ, आप भी न करें यकीन
भोपाल/ जैसे जैसे दुनियाभर में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है, लोगों में डर का महौल भी उत्पन्न होता जा रहा है। लोगों में बढ़ता डर ही कोरोना वायरस से सतर्कता और सावधानी से संबंधित भ्रामक जानकारियों का प्रसार कर रहे हैं। इस डर का फायदा लोग सोशल मीडिया पर काफी अधिक उठा हे हैं। ज्यादातर लोग बिना जाने समझें गलत सलत जानकारियां सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। आज हम आपको एक्सपर्ट्स से पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाहें और झूठ की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं उन भ्रामक जानकारियों के बारे में...।
फैलाई जा रही है भ्रामकता, जानिए सच
-झूठः सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है कि, जो कई भी कोरोना वायस की चपेट में आ जाता है, वो कभी ठीक नहीं हो पाता, उसकी मौत हो जाती है?
-सचः जबकि, हकीकत में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अब तक सामने आए कुल मामलों में कोरोना वायरस से ग्रस्त सिर्फ 2 फीसदी लोगों की ही मौत हुई है। बाकि, लोग इस संक्रमण में सर्वाइव कर लेते हैं।
-झूठः कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा टेंप्रेचर होने पर खत्म हो जाते हैं।
-सचः हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि, इस तर्क में कोई सच्चाई नहीं है। क्योंकि, अब तक किसी भी रिसर्च में ये सिद्ध नहीं हुआ है कि, ये वायरस टेम्प्रेचर बढ़ने पर नष्ट हो जाएगा। अगर ऐसा होता तो ये संक्रमण तुर्की और ईरान जैसे गर्म देशों में इतनी तेजी से नहीं फैलता।
-झूठः कोरोना वायरस की चपेट में सिर्फ बुजुर्ग ही आते हैं।
-सचः कोरोना वायरस की चपेट में किसी भी उम्र का व्यक्ति आ सकता है। हालांकि, बुजुर्गों, बच्चों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
-झूठः शरीर पर शराब या क्लोरीन लगाने से वायरस को नष्ट किया जा सकता है।
-सचः इस तरह से वायरस को नष्ट कर पाना संभव नहीं है। क्योंकि, वायरस का असर शरीर के अंदर जाने पर शुरु होता है।
-झूठः निमोनिया के वैक्सीन से भी कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटा जा सकता है।
-सचः ऐसा नहीं है, वैक्सीन उसी संक्रमण के भयावयरूप से बनाया जाता है, ताकि, ज्यादा ताकतवर चीज कम ताकतवर को नष्ट कर देती है। लेकिन, अब तक की रिसर्च में ये स्पष्ट ही नहीं हुआ है कि, आखिर ये संक्रमण फैला कहां से है। ऐसे में जिस संक्रमण के लक्षण शरीर में न हों उसका वैक्सीन लगवाने से फायदा तो नहीं, बल्कि नुकसान भी हो सकता है।
-झूठः सलाइन से नाकधोने से इस वायरस के इनफेक्शन से बचा जा सकता है।
-सचः इस तरह के कार्य से कोरोना से निजात पाने की अब तक कोई पुष्टी नहीं है, ये सिर्फ एक तरह की भ्रामक जानकारी है, जो सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है।
पढ़ें ये खास खबर- कोरोना से बचना है तो करें नमस्कार, जानिए बचाव के जरूरी टिप्स
-झूठः मास्क पहनकर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
-सचः मास्क पहनकर सिर्फ इन्फेक्टेड व्यक्ति के करीब आने के बावजूद संक्रमण से बचा जा सकता है।
Published on:
19 Mar 2020 05:19 pm
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