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99% लोग नहीं जानते कि ब्लेड के बीच में क्यों होता है एक ही तरह का खास डिजाइन, यहां जानिए

क्या आपने कभी सोचा कि ब्लेड के बीच में दिखने वाला एक खास तरह का डिजाइन क्यों बना होता है? क्यों ये किसी भी कंपनी की ब्लेड पर एक समान होता है? आइये जानते हैं इसके पीछें का रोचक कारण।

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99% लोग नहीं जानते कि ब्लेड के बीच में क्यों होता है एक ही तरह का खास डिजाइन, यहां जानिए

भोपाल/ जीवन में हम ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जिनके रोज़ाना के इस्तेमाल के बावजूद भी हमें उन चीजों के बारे में खास ग्यान नहीं होता। हकीकत ये भी है कि, हमारे जहन में भी कभी उन चीजों के पीछेका कारण जानने की इच्छा नहीं होती। लेकिन, कभी ऐसा सवाल हमारे सामने आए, तो हमें उसके बारे में जानने की इच्छा ज़रूर जागती है। आज हम आपको ऐसी ही एक खास चीज के बारे में बताने जा रहे है, जिसका इस्तेमाल तो हम करते हैं, लेकिन उसके पीछे की लॉजिकल बातों के बारे में हमें पता नहीं होता। हम बात करने जा रहे हैं ब्लेड की, क्या आपने कभी सोचा कि ब्लेड के बीच में दिखने वाला एक खास तरह का डिजाइन क्यों बना होता है? क्यों ये किसी भी कंपनी की ब्लेड पर एक समान होता है?

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मर्दों के लिए सौगात

ब्लेड इतनी उपयोगी चीज है कि, बच्चों के बाल काटने के दौरान ही इसका इस्तेमाल शुरु हो जाता है। ये हमारे रोजाना के कामों में काफी उपयोगी होती है। सबसे पहले जिलेट ने ब्लू जिलेट ब्लेड नाम से जिलेट ब्लेड का उत्पादन किया था। मर्दों के लिए जिलेट पहली बार एक सौगता लेकर आया था जो उनकी शेव करने की समस्या का एक हमेशा का इलाज बन गया था।शेविंग करने से लेकर बाल कटवाने तक के लिए ब्लेड का इस्तेमाल किया जाता है। तो चलिए हम आपको आज इससे जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे।

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जिलेट ने की थी इसके डिज़ाइन की इजाद

ब्लेड के आविष्कार और उसके उत्पादन के पीछे बड़ी ही दिलचस्प कहानी है। साल 1901 में जिलेट कंपनी के संस्थापक किंग कैंप जिलेट ने अपने के सहयोगी विल्लियम निकर्सन के साथ मिलकर बाज़ार में बिकने वाली इस ब्लेड को डिज़ाइन तैयार किया था। इसी साल इन्होने अपने नए ब्लेड के डिज़ाइन को पेटेंट कराया और साल 1904 में एक औद्योगिक रूप में ब्लेड का उत्पादन शुरू कर दिया । 1904 के समय जिलेट ने पहली बार 165 ब्लेड बनाये थे। दरअसल जब उस समय ब्लेड शेविंग में इस्तेमाल के लिए ही बनाए जाते थें उनकी डिजाईंनिंग इस तरह की जाती थी कि वे शेविंग करने वाले जिलेट में बोल्ट के साथ फिट किया जा सके इसलिए उसके बीच खाली स्पेस छोड़ी जाती थी, ताकि, इसके कैप की फिटिंग एक समान रहे और इस्तेमाल करने वालों को हर कंपनी के ब्लेड के साथ उसका कवर ना खरीदना पड़े।

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अन्य कंपनियों ने किया कॉपी

शुरूआती दोर में सिर्फ जिलेट ही ब्लेड बनाया करती थी। उस समय उनका कोई भी कॉम्पिटीटर बाज़ार में नहीं था। लेकिन कुछ समय बाद कम्पनी का यह बोल्ट वाला ब्लेड बनाने का तरीका जानकर कई कंपनियां ब्लेड के बाज़ार में उतर आईं। लेकिल चूंकि उस समय शेविंग करने के रेज़र केवल जिलेट कंपनी के ही आते थे और रेजर के अंदर इस तरह का भाग होता है जैसा ब्लेड के अंदर अब खाली रहता है इसीलिए ब्लेड की सभी कंपनी ने इस ही तरह के जिलेट के डिजाईन के ही ब्लेड बनाने शुरू कर दिए। मतलब खाली स्पेस के डिजाईन को दूसरी कम्पनियां इसलिए कॉपी करने लगी क्योंकि उनका इस्तेमाल तो जिलेट के रेजर में ही होना था। तब से लेकर आजतक ब्लेड का सिर्फ एक ही डिज़ाइन मार्किट में आया है और बाद में आयी तमाम कंपनीयों ने इसे ही फॉलो किया।