गौरतलब है कि कोलार में केरवा से जलापूर्ति करने 58 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था। केंद्र व राज्य से इस के लिए राशि मंजूर हुई। 2010 के सर्वे के आधार पर कंपनी को चार ओवरहेड टैंक, एक संपवेल समेत करीब 12 किमी की मुख्य लाइन व 160 किमी लंबी वितरण लाइन बिछानी थी। आठ साल में कोलार के विस्तार से 50 किमी लाइन अतिरिक्त बिछाने की स्थिति बनी। इसके लिए फेस टू तैयार कर मंजूरी के लिए नगरीय प्रशासन को भेजा। यहां से हाल में कंपनी को ये जवाबी पत्र मिला है। निगम को भी पत्र दिया गया है।
निगम अफसरों के साथ की बैठक
ठेका कंपनी ने बकाया भुगतान के साथ नए काम के लिए तय राशि पर नगर निगम के अफसरों से चर्चा की। निगम के प्रभारी चीफ इंजीनियर एआर पंवार के अनुसार कंपनी की मंशा और स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। निर्णय उन्हें ही लेना है।
नपा को ही करनी होगी व्यवस्था
कोलार नगर पालिका बनाने की अधिसूचना जारी कर लोगों से दावे-आपत्तियां मंगवाई हंै। 30 मार्च के बाद नगर पालिका बनती है तो प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के लिए 15 करोड़ जुटाने होंगे। आयुक्त नगरीय प्रशासन गुलशन बामरा के अनुसार जो भी नियमों में था, हमने वही किया। वैसे अभी काम चल रहा है। समय पर काम पूरा हो जाएगा।