गैस कांड की बरसी पर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मांग की है कि प्रभावित परिवारों की स्मृति में मेमेारियल बनाएं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 3 दिसम्बर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी में हज़ारों लोग नहीं रहे थे। उन्हें हम हार्दिक श्रद्धांजली देते हैं। गैस त्रासदी पीडि़त परिवारों के लिये जिसने जीवन भर निस्वार्थ भावना से लड़ाई लड़ी सेवा की, जब्बार भाई भी अब हमारे बीच में नहीं है। हम उन्हें भी श्रद्धांजली देते हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से दो निवेदन हैं पहला ये कि यूनियन कार्बाईड की फैक्टरी स्थल को साफ़ कर त्रासदी से प्रभावित परिवारों की स्मृति में मेमेारियल बनाएं। और दूसरा ये कि गैस त्रासदी से प्रभावित परिवारों के इलाज के लिए अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी पीजी इंस्टीट्यूट बनाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध करें।
लोकसभा में उठा चुकी आवाज : प्रज्ञा ठाकुर
भाजपा सांसद प्रज्ञान ठाकुर ने ट्वीट कर कहा कि मानवीय असंवेदनशीलता जब अपनी सीमाएं पार करती हैं तब भोपाल गैस त्रासदी जैसी ह्रदय विदारक दुर्घटनाएं जन्म लेती हैं, आज 35 वर्ष बाद भी जब इस घटना का दिन आता है तो आत्मा विचलित हो जाती है। इस घटना के कारण हजारों लोग काल के गर्त में समा गए, अनेक परिवार तहस नहस हो गए, ना जाने कितने दिव्यांग आज भी इस दुर्घटना का त्रास सहन कर रहे हैं,
आज इतने वर्षों बाद भी लाखों परिवार न्याय की आस लगाए बैठे हैं परंतु वे न्याय से वंचित हैं। भोपाल सांसद होने के नाते लोकसभा में भी सभी पीड़ितों के लिए आवाज उठा चुकी हूं तथा राज्य सरकार से भी उचित न्याय की मांग करती हूं व भविष्य में ऐसी कोई घटना घटित ना हो इस आशा के साथ भोपाल गैस त्रासदी में अपने प्राण गंवाने वाले सभी व्यक्तियों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।