आर परशुराम ने कहा कि किसी भी सार्वजनिक कार्य में लोगों की सोच और मानसिकता बदलना बड़ी चुनौती होती है। इसमें जो सफल होता है, वही चेंज लीडर होता है। उन्होंने कहा कि परिणामों के साथ ही प्रक्रिया भी महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि संस्थान अनेक विभागों की पब्लिक पॉलिसी के विश्लेषण के साथ ही कई क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। चेंज लीडर के अनुभवों से हमें इन कार्यों में मदद मिलेगी।
संचालक स्वच्छ भारत मिशन एवं पूर्व नगर निगम आयुक्त इन्दौर मनीष सिंह ने कहा कि सभी वर्गों के सहयोग से इंदौर देश का पहले नंबर का स्वच्छ शहर बना। उन्होंने कहा कि 2015 में स्थितियां बिल्कुल प्रतिकूल थीं। महापौर, सभी जन-प्रतिनिधियों ने एक दिन अचानक एक साथ शहर को बिन फ्री, लिटर फ्री और डस्ट फ्री बनाने का संकल्प लिया। समर्पित को प्रोत्साहन, लापरवाह कर्मचारियों को दंडित किया गया।
सिंह ने बताया कि डोर-टू-डोर कचरे का कलेक्शन करवाकर उसका सेग्रीगेशन शुरू करवाया गया। सड़क पर कचरा फेंकने वालों से जुर्माना वसूला गया। 100 रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक का स्पाट फाइन लगाया गया। बड़े-बड़े होटलों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। नगर निगम का स्वच्छता ऐप बनाया गया। हेल्पलाइन-311 में शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की गई। सफाई मित्रों और उनके परिजन का इलाज नि:शुल्क करवाया गया।
निगम के कंट्रोल कमांड सेंटर के टोल फ्री नं. 18002330014 पर कॉल करके आप भी गंदगी वाले स्थान की जानकारी दें। शिकायत दर्ज करने के दौरान कॉल करने वाले का नाम, वार्ड नं., मोबाइल नंबर दर्ज कर शिकायत नंबर प्रदान किया जाता है।