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मिशन लोकसभा- इस राज्य में पीएम मोदी का राहुल-प्रियंका से सीधा मुकाबला

एमपी में भाजपा जहां विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद उत्साहित दिख रही है वहीं कांग्रेस में भी पीढ़ी परिवर्तन से नया जोश नजर आ रहा है। राज्य में अब दोनों दल लोकसभा की जंग की तैयारी में लग गए हैं। मिशन लोकसभा में बंपर जीत बनाम युवा जोश है। बीजेपी जहां पीएम मोदी का चेहरा सामने रखकर चुनावी तैयारी कर रही है वहीं कांग्रेस राहुल और प्रियंका गांधी के भरोसे पीएम से सीधे मुकाबले की रणनीति बना रही है।

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कांग्रेस राहुल और प्रियंका गांधी के भरोसे पीएम से सीधे मुकाबले की रणनीति बना रही

एमपी में भाजपा जहां विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद उत्साहित दिख रही है वहीं कांग्रेस में भी पीढ़ी परिवर्तन से नया जोश नजर आ रहा है। राज्य में अब दोनों दल लोकसभा की जंग की तैयारी में लग गए हैं। मिशन लोकसभा में बंपर जीत बनाम युवा जोश है। बीजेपी जहां पीएम मोदी का चेहरा सामने रखकर चुनावी तैयारी कर रही है वहीं कांग्रेस राहुल और प्रियंका गांधी के भरोसे पीएम से सीधे मुकाबले की रणनीति बना रही है।

विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में अब लोकसभा चुनाव के लिए बिसात बिछना शुरू हो गई है। पहली बार ऐसा है कि विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद भाजपा-कांग्रेस की ओर से बिना समय गंवाए लोकसभा के लक्ष्य को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। भाजपा पीएम मोदी के चेहरे व गारंटी से विधानसभा चुनाव में बम्पर जीत हासिल करने के बाद उत्साहित होकर लोकसभा की सभी 29 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कांग्रेस में करारी हार के बावजूद प्रदेश नेतृत्व के साथ पीढ़ी परिवर्तन की लाइन को अपनाने से नया जोश है।

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भाजपा: वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य
लोकसभा चुनाव के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की नई जोड़ी काम करेगी। सत्ता-संगठन स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। विधायक दल की बैठक कर मोहन-वीडी ने लोकसभा चुनाव के लिए विधायकों को लक्ष्य थमा दिए हैं। सीधे तौर पर वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य है। मकसद सभी सीटों पर भगवा फहराना है। हितानंद ने भी संगठनात्मक स्तर पर कसावट शुरू कर दी है।

चेहरा फिर मोदी
लोकसभा के लिए पीएम मोदी के चेहरे को आगे रखकर काम होगा। हर बूथ पर मोदी अभियान को अपनाया जाना है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की भूमिका भी रणनीतिक तौर पर रहेगी, क्योंकि विधानसभा चुनाव में भी उनकी सीधी मॉनिटरिंग का असर दिखा है। उस पर प्रदेश में छिंदवाड़ा सीट को सीधे तौर पर अमित शाह ने अपनी निगरानी में ले रखा है।

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यह रहेगी चुनौती
भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती कमलनाथ की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट है। यह सीट अब तक भाजपा जीत नहीं सकी। संगठन से फ्री होकर अब कमलनाथ वापस इस सीट पर जुट गए हैं। अभी उनके बेटे नुकल यहां से सांसद है। बाकी इस सीट के अलावा अपनी 28 सीटों को बरकरार रखना भी चुनौतीपूर्ण है।

ये कदम उठाए
51 फीसदी वोट प्रतिशत पाने के लिए लक्ष्य दिए
हारे बूथों की समीक्षा करना शुरू, इन पर फोकस
फिर से एबीसीडी बूथ बनाकर काम होगा
हारी विधानसभा सीटों की अलग से जिम्मेदारी तय होगी
हर माह के कार्यक्रम तय होंगे। संपर्क अभियान चलेगा

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बताते हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनाव में भी प्रचंड जीत हासिल करेगी। सभी 29 सीटों को जीतेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं के कारण भाजपा में जनता का भरोसा बढ़ा है। हमने हर बूथ पर मोदी अभियान शुरू किया है।

कांग्रेस: संकल्पों पर सरकार को घेरेंगे
कांग्रेस में भी अब प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे की नई जोड़ी काम करेगी। कांग्रेस ने लंबे समय बाद पीढ़ी परिवर्तन किया है। युवा जोश के कारण ही कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनाव पर काम शुरू कर दिया है। जीतू ने भाजपा सरकार की घेराबंदी के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पहला कदम ये उठाया कि भाजपा के संकल्प पत्र को फोकस किया है। चार महीने संकल्पों पर ही कांग्रेस भाजपा को घेरती रहेगी।

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चेहरा राहुल-प्रियंका
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में फिर राष्ट्रीय स्तर पर राहुल गांधी व प्रियंका गांधी का चेहरा रहेगा। प्रदेश में जीतू व उमंग चेहरा होंगे।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह किस तरह अगले चुनाव में रणनीतिक भूमिका निभाएंगे ये अभी तय नहीं है। दिग्विजय जरूर वापस पूरे प्रदेश में सक्रिय हो सकते हैं, क्योंकि जीतू को उनके ही खेमे का माना जाता है।

चुनौती भी कम नहीं
सबसे बड़ी चुनौती पीढ़ी परिवर्तन के बाद खेमों में संतुलन की है। कमलनाथ, दिग्विजय, अरुण यादव, अजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह व कांतिलाल भूरिया के समर्थकों को साधना जीतू-उमंग के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। सीटें बढ़ाने की चुनौती भी है। जो सांसद अब विधायक बन गए हैं, उन सीटों पर कांग्रेस उम्मीद कर सकती है।

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यह काम शुरू
बूथ नेटवर्किंग को बढ़ाने पर फोकस करना शुरू किया
भाजपा के संकल्प पत्र को आधार बनाकर कैम्पेनिंग
संगठनात्मक स्तर पर हर माह का लक्ष्य, कैम्पेन तय होगा
जिलाध्यक्षों को बैठकों के निर्देश, नेटवर्क सक्रिय किया
जीतू दौरे शुरू करेंगे, हारी सीटों पर जिम्मा तय होगा

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कहते हैं कि कार्यकर्ताओं में उत्साह है। इसका रिजल्ट लोकसभा चुनाव में दिखेगा। हमारी लोकसभा चुनाव की तैयारी है। भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के मतदाताओं से जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।

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