
बीकानेर नगर निगम ने वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं के निर्माण कार्य को प्रारंभ कर दिया है। मयंक मनीष, आयुक्त नगर निगम, बीकानेर। फोटो पत्रिका
Bikaner News : राजस्थान में मानसून के दौरान होने वाली बारिश का पानी अब जमीन के नीचे 300 फीट तक पहुंचाया जाएगा। इससे भूमि के नीचे पानी का रिचार्ज होगा और भूमिगत जल का स्तर बढ़ सकेगा। वहीं बारिश जल से होने वाली समस्या से भी निजात मिल सकेगी। एक पंथ दो काज के तहत अब नगर निगम ने शहर में वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं के निर्माण कार्य को प्रारंभ कर दिया गया है। सोमवार से इसकी शुरूआत हुई। भीनासर क्षेत्र में मुरली मनोहर मंदिर के पास शहर के पहले वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचना का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। करीब एक सप्ताह में इस कार्य के पूर्ण होने की संभावना है। निगम की ओर से शहर में आठ स्थानों पर ऐसे वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं का निर्माण करवाया जा रहा है।
बीकानेर नगर निगम के अधिशासी अभियंता चिराग गोयल के अनुसार नगर निगम की ओर से शहर में उन स्थानों पर वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं का निर्माण कार्य करवाया जाना है, जहां लंबे समय से बारिश के दौरान प्राकृतिक रूप से जल भराव की मात्रा अधिक रहती है। यह बारिश जल सीधे ही वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं के माध्यम से जमीन के नीचे छनकर पहुंचता रहेगा। इससे भूमिगत जल के स्तर बढ़ने की स्थिति बनेगी।
नगर निगम की ओर से करीब 48 लाख रुपए की लागत से शहर में 8 स्थानों पर वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं का निर्माण करवाया जा रहा है। प्रत्येक संरचना पर करीब 6 लाख रुपए की लागत आएगी। इसकी शुरूआत भीनासर क्षेत्र से हुई। निगम की ओर से मुरली मनोहर मंदिर के पास भीनासर, मुरलीधर व्यास नगर अकादमी चौराहा, ढोला मारु होटल के पास, चौपड़ा कटला के पास रानीबाजार, नगर निगम रोड, डाक बंगला के पास रानीबाजार, मेघवालों का मोहल्ला किसमीदेसर, जूनागढ़ रोड शामिल है।
वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं के माध्यम से बारिश का पानी फिल्टर होकर जमीन के नीचे करीब 100 मीटर अर्थात 300 फीट की गहराई तक पहुंचेगा। निगम एक्सईएन चिराग गोयल के अनुसार इस संरचना में दो गुणा दो फीट का चैंबर बनेगा। वहीं तीन मीटर गहरा और डेढ मीटर डाया का फिल्टर भी बनेगा। इसमें तीन मीटर गहरा शोक पिट बनेगा। सौ मीटर गहरा बोरवेल होगा। इसके माध्यम से बारिश का पानी फिल्टर होने के बाद जमीन में चला जाएगा।
बारिश के दौरान जल एकत्र होने की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। इस समस्या के समाधान के लिए नगर निगम आठ स्थानों पर वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल संरचनाओं का निर्माण करवा रहा है। इससे बारिश का जल फिल्टर होने के बाद सीधे जमीन के नीचे 100 मीटर तक पहुंचेगा। इससे भूमि के नीचे जल का रिचार्ज होगा व जल एकत्र होने की समस्या से छुटकारा भी मिल सकेगा। मानसून से पहले यह कार्य पूर्ण करवाए जाने की योजना है।
मयंक मनीष, आयुक्त नगर निगम, बीकानेर
Published on:
03 Jun 2025 12:17 pm
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