16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चंकी पांडे ने अपने करियर बर्बाद होने की बताई वजह, कहा-सलमान-अक्षय की एंट्री के बाद नहीं मिली उन्हें फिल्में

आंखें फिल्म से रातों रातों दर्शकों के दिल पर छाने वाले एक्टर चंकी पांडे ने अपने करियर के बर्बाद होने की वजह बताई है। चंकी ने 5 कारण बताएं है जिससे वह अपने करियर के खराब होने की वजह मानते है।

3 min read
Google source verification

image

Shalu Saini

Aug 09, 2021

chunky-pandey.jpg

चंकी पांडे बॉलीवुड के जाने-माने कलाकार है। चंकी पांडे 100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। 80 के दशक खत्म होते-होते चंकी पांडे सुपरस्टार बन गए थे। चंकी पांडे की फिल्म आंखें ने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया यह फिल्म दर्शकों द्वारा काफी पसंद की गई। आंखें के कारण चंकी पांडे का स्टारडम चरम पर था, वह लड़कियों के दिल पर राज करने लगे थे और उनकी फैन फॉलोइंग तगड़ा इजाफा देखने को मिला था। इस फिल्म में चंकी पांडे गोविंदा के साथ दिखाई दिए थे।

आंखें फिल्म से मिले अच्छे रिस्पांस के बाद हर किसी को लग रहा था कि चंकी पांडे आने वाले समय के सुपरस्टार हैं, लेकिन इसका उल्टा ही हुआ। 90 के दशक की शुरुआत होते ही चंकी पांडे को काम मिलना बंद हो गया और वह धीरे धीरे बॉलीवुड से गायब होने लगे। वही एक मीडिया जिसके जवाब में चंकी पांडे ने इमानदारी के साथ पांच वजह बताई हैं, जिस वजह से उनके बॉलीवुड के सुपरस्टार बनने का सपना पूरा नहीं हो पाया।वेबसाइट ने बातचीत में चंकी पांडे से पूछा कि 90 के दशक में ऐसा क्या हुआ, जिस वजह से उन्हें काम मिलना बंद हो गया,

चंकी पांडे ने अपने स्टारडम के काम होने के पीछे का कारण खान तिगड़ी को बताया। चंकी ने कहा कि 90 के दशक में शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान इन तीनों का नाम और इनकी पापुलैरिटी हर तरफ फैलने लगी थी। तीनों खान की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि हर निर्मता की पहली पसंद ये तीन खान थे और उनके पास फिल्मों के ऑफर आने बंद हो गए।

एक और जहां खान तिकड़ी का स्टारडम चरम पर था, वही बॉलीवुड में अक्षय कुमार और अजय देवगन की एंट्री ने चंकी पांडे के कैरियर पर खास असर डाला। अजय देवगन और अक्षय कुमार की बॉलीवुड में एंट्री के बाद निर्माताओं ने चंकी पांडे को रोल ऑफर करना कम कर दिया।

आगे चंकी बताते हैं कि अपने बॉलीवुड के करियर में और 80 के दशक में उन्होंने कई मल्टीस्टारर फिल्मों में काम किया था, लेकिन 90 का दशक शुरू होते ही इन मल्टीस्टारर फिल्मों का क्रेज कम हो गया और यह फिल्में बनना बंद हो गई। 90 का दशक शुरू होते ही ज्यादातर एक्टर सोलो फिल्में करना पसंद कर रहे थे। वही निर्माताओं ने चंकी पांडे को सोलो स्टार के रूप में कभी देखा ही नहीं और मल्टीस्टारर फिल्म बंद होने के कारण उन्हें फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया।

चंकी पांडे ने यह भी माना कि उनके द्वारा की गई गलत चॉइस के कारण भी उनके करियर पर काफी असर पड़ा। दरअसल चंकी पांडे निर्माताओं की लिस्ट में सोलो फिल्मों के लिए लास्ट चॉइस बन गए थे, जिसके बाद चंकी ने कुछ फिल्मों में हीरो के दोस्त का किरदार निभाया था, जिस कारण उनका पूरा करियर बर्बाद हो गया। अपने करियर को नीचे जाता देख चंकी नहीं समझ पा रहे थे कि वह इसे वापस ऊपर कैसे ले जा सकते है।

90 के दशक में आई चंकी पांडे की फिल्म आंखें ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक थी, लेकिन इतनी बड़ी ब्लॉकबस्टर देने के बावजूद भी चंकी पांडे का कैरियर संभल नहीं पाया। चंकी पांडे निर्माताओं की लिस्ट में आखिरी नंबर पर आने लगे और धिरे धिरे कर के निर्माताओं का उनका ध्यान उनकी की तरफ से हट गया, जिसके बाद चंकी का करियर दोबारा सुपरस्टार के तौर पर उभर ना सका।