20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

थकान के आगे नहीं झुके धर्मेंद्र, Ikkis के गाने की शूटिंग में दिखी आखिरी जिद, कोरियोग्राफर ने किया खुलासा

Dharmendra In Ikkis: धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म 'इक्कीस' जल्द ही रिलीज होने वाली है, जिसे लेकर फिल्म लवर्स में खास उत्सुकता बढ़ गई है। कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने 'इक्कीस' के साथ जुड़ी अपनी अनमोल यादों को याद करते हुए बताया।

2 min read
Google source verification
Ikkis

Ikkis (सोर्स: X)

Dharmendra In Ikkis: फेमस एक्टर धर्मेंद्र का हाल ही में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जिसने पूरे फिल्म जगत को शोक में डुबो दिया, लेकिन उनकी आखिरी फिल्म 'इक्कीस' अब बड़े पर्दे पर आने वाली है। ये फिल्म श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी है। बता दें, धर्मेंद्र ने इसमें अरुण खेतरपाल के पिता का रोल निभाया है। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान धर्मेंद्र की तबीयत ठीक नहीं थी, फिर भी उन्होंने पूरी मेहनत और लगन से अपना काम पूरा किया।

Ikkis के गाने की शूटिंग में दिखी आखिरी जिद

फिल्म के कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने धर्मेंद्र के साथ काम करने का अपना अनुभव शेयर किया। विजय गांगुली ने बताया कि अपने उम्र के हिसाब से धर्मेंद्र जी बहुत ऊर्जावान थे और उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे रात 4 बजे तक जागकर गानों की शूटिंग करते थे। इतना ही नहीं, विजय ने मिड-डे से बताया कि, 'धर्मेंद्र जी के साथ शूटिंग करना एक अनोखा अनुभव था। वे बहुत जीवंत और मेहनती थे। हम 2 गानों पर काम कर रहे थे और वो पूरी मेहनत से जुड़े रहे।'

कोरियोग्राफर ने किया खुलासा

बता दें, विजय गांगुली ने ये भी शेयर किया कि धर्मेंद्र जी ने कहा था, 'मेरे पिता बहुत अच्छे इंसान थे और उनके साथ काम करना एक सुखद फिल था।' ये मोमेंट विजय के लिए इमोशनल और यादगार है। साथ ही, फिल्म 'इक्कीस' के निर्देशक श्रीराम राघवन ने एक इंटरव्यू में बताया कि डबिंग के दौरान धर्मेंद्र जी को काफी परेशानी हो रही थी। उन्होंने कहा, 'मैं देख सकता था कि धाकड़ अभिनेता को जितनी भी तकलीफें थीं, वो उनका सामना कर रहे थे। मैंने उनसे कहा कि पहले आप ठीक हो जाइए, हम अपना काम पूरा कर चुके हैं। धर्मेंद्र जी इस फिल्म को देखने के लिए बहुत उत्साहित थे, लेकिन अफसोस कि वे इसे बड़े पर्दे पर नहीं देख सके।'

दरअसल, श्रीराम राघवन ने धर्मेंद्र की इस सिचुएशन की तुलना फिल्म '1942: ए लव स्टोरी' के समय आर.डी. बर्मन के दुख से की, जब वो उस फिल्म की सफलता का जश्न खुद नहीं देख पाए थे। वे भी ‘इक्कीस’ की सफलता के जश्न को याद ना कर पाने के कारण दुख जाहिर किया। बता दें, धर्मेंद्र का ये आखिरी पड़ाव भले ही दुखद हो, लेकिन उनकी उपस्थिति और समर्पण ‘इक्कीस’ के जरिए हमेशा उनके फैंस के दिलों में जिंदा रहेगी। ये फिल्म उनकी यादों को ताजा करती हुई उन्हें सच्चे सम्मान के साथ नए दौर में पहुंचाएगी।