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कैंसर के खौफनाक सफर को याद करते हुए, सोहा अली खान ने बताया मां का जानलेवा बीमारी से जंग का दर्दनाक सच

Sharmila Tagore And Shoha Ali Khan Daughter: सोहा अली खान ने कैंसर के साथ अपनी मां के दर्दनाक संघर्ष को याद करते हुए बताया कि ये एक भयानक और भावनात्मक रूप से थका देने वाला अनुभव साझा किया कि कैसे उनकी मां ने इस बीमारी से बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन इस प्रक्रिया में उन्हें बहुत दर्द और पीड़ा सहनी पड़ी…

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कैंसर के खौफनाक सफर को याद करते हुए, सोहा अली खान ने बताया मां का जानलेवा बीमारी से जंग का दर्दनाक सच

सोहा अली खान और मां शर्मिला टैगोर (सोर्स; X)

Sharmila Tagore And Shoha Ali Khan Daughter: सोहा अली खान को सोशल मीडिया पर हमेंशा एक्टिव देखा जाता है। दरअसल, सोहा फिलहाल फिल्मों में तो एक्टिव नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया पोस्ट से फैंस का मनोरंजन करती हैं। सोहा ने मां शर्मिला टैगोर के बारें में बताया कि कैसे परिवार ने एकजुट होकर उनका साथ दिया और हर संभव तरीके से उनकी मदद करने की कोशिश की। उन्होंने कैंसर के मरीजों और उनके परिवारों के लिए सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि ये एक ऐसी लड़ाई है जिसमें शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत हिम्मत चाहिए होती है।

सोहा ने बताया मां का जानलेवा बीमारी से जंग का दर्दनाक सच

इतना ही नहीं, सोहा की अपनी मां शर्मिला टैगोर ने जब ये खुलासा किया कि उन्होंने महामारी के दौरान फेफड़ों के कैंसर से जंग लड़ी, तो उनके फैंस हैरान रह गए। हाल ही में, उनकी बेटी सोहा अली खान ने उस दौर को याद करते हुए अपने डर के बारे में बताया और कहा कि 'असमय मौत' उनके लिए सबसे बड़ा डर था। सोहा ने 2011 में अपने पिता मंसूर अली खान पटौदी को खो दिया था। वो 70 साल के थे।

दरअसल, नयनदीप रक्षित के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर बातचीत में, सोहा से पूछा गया कि क्या वो अपनी मां के लिए ज्यादा चिंतित थीं क्योंकि उन्होंने पहले ही एक माता-पिता को खो दिया था। उन्होंने कहा, 'मेरा सबसे बड़ा डर समय से पहले मौत और प्रियजनों का खोना है क्योंकि आप बाकी सब कुछ संभाल सकते हैं लेकिन ये वो चीजें हैं जो मुझे ज्यादा प्रभावित करती हैं और मैं इसके बारे में हर समय सोचती हूं। मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि कम से कम जब कैंसर या फेफड़ों के कैंसर जैसी चीजों की बात आती है, तो सबसे महत्वपूर्ण चीज रोकथाम और पता लगाना है और ये बहुत जल्दी हो गया।'

कैंसर के खौफनाक सफर को याद करते हुए

इसी चैनल के साथ पिछली बातचीत में, सोहा ने खुलासा किया था कि निदान के बाद शर्मिला को कीमोथेरेपी से नहीं गुजरना पड़ा। उन्होंने कहा, 'मेरी मां के साथ, वो बहुत कम लोगों में से एक थीं जिन्हें स्टेज शून्य पर फेफड़ों के कैंसर का पता चला था, और कोई कीमोथेरेपी नहीं, कुछ भी नहीं। इसे उनसे काट दिया गया और वो, टचवुड, ठीक हैं।'

इससे पहले, कॉफी विद करण पर, निर्देशक करण जौहर ने साझा किया था कि वो चाहते थे कि शर्मिला रॉकी और रानी की प्रेम कहानी का हिस्सा बनें। उन्होंने उन्हें वो भूमिका निभाने की पेशकश की थी जो अंततः शबाना आजमी ने निभाई थी। शर्मिला ने खुलासा किया, 'ये COVID के चरम पर था। उन्होंने वास्तव में उस समय COVID से नहीं निपटा था, हमें टीका नहीं लगाया गया था। मेरे कैंसर के बाद… वे नहीं चाहते थे कि मैं एक और जोखिम लूं', लेकिन अब शर्मिला टैगोर बिल्कुल ठिक है।