उन्होंने बताया कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 152 मवेशी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 44 झोपडिय़ां पूरी तरह नष्ट हो गई हैं, जबकि 637 झोपडिय़ां आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। साथ ही 120 मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। राज्य के 9000 लोगों को दिंडिगुल, कांचीपुरम, पेरम्बलूर, पुडुकोट्टै, रानीपेट, तिरुपत्तुर, तिरुवण्णामलाई, वेलूर और तुत्तुकुडी जिलों में स्थित 109 राहत शिविरों में रखा गया है।
चेन्नई शहर में 620 लोगों को पांच राहत शिविरों में रखा गया है, जहां उन्हें भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के 37 जिलों में भारी बारिश हुई है। अक्टूबर में उत्तर पूर्व मानसून के सक्रिय होने के बाद से राज्य में 580.84 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि आमतौर पर होने वाली 341.33 मिमी बारिश से 70 फीसदी ज्यादा है।
इस बीच बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात के प्रभाव से हो रही बारिश से राज्य के कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने बताया कि 12 जिलों में बहुत भारी बारिश होगी तथा तीन जिलों में भारी बारिश होगी।