
भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव। (फोटो सोर्स: IANS)
Suryakumar Yadav donates fees to Indian Army: भारतीय टीम ने एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। ये 9वीं बार है, जब टीम इंडिया एशिया कप चैंपियन बनी है। भारत की इस जीत के हीरो बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा रहे, जिन्होंने 53 गेंद पर नाबाद 69 रन की अहम पारी खेली। सबसे खास बात ये रही कि चैंपियन बनने के बाद भी भारत ने ट्रॉफी नहीं ली। इसके पीछे की वजह पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी थे, जिन्होंने एशिया कप के दौरान भारत विरोधी बयानबाजी की थी। मैच के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पूरे एशिया कप की अपनी फीस को भारतीय सेना को दान करने की घोषणा की है। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर भी दी है।
मैच के बाद भारतीय टीम ने एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से एशिया कप ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। इसका आधिकारिक कारण तो नहीं बताया गया है, लेकिन इसके पीछे की वजह नकवी की भारत विरोधी बदजुबानी के माना जा रहा है। नकवी एशिया कप के दौरान कई सियासी बयान दिए। उन्होंने फाइनल से पहले ट्रॉफी देने को लेकर भी एक बयान देते हुए सियासी चाल चलने का प्रयास किया, जिसे भारतीय टीम ने ट्रॉफी न लेकर बेअसर कर दिया।
एशिया कप में भारतीय टीम ने बल्ले और गेंद दोनों से अपनी पूरी बात रखी। टीम अजेय रही और एक ही टूर्नामेंट में पाकिस्तान को तीन बार हराकर एक अनोखा कारनामा किया। फाइनल एक कड़ा और दबाव भरा मुकाबला था, लेकिन भारत ने जीत हासिल कर ली। इसका अंत जश्न के साथ होना चाहिए था। लेकिन, इसके बाद जो दृश्य देखने को मिले, वे शांत, लगभग अजीब थे। खिलाड़ी मेडल लेकर तो चले गए, लेकिन ट्रॉफी नज़र नहीं आई। मैच के बाद शांति से खड़े सूर्यकुमार ने एक ऐसी बात कह दी, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।
उन्होंने कहा कि एक संकेत के तौर पर मैं इस टूर्नामेंट के सभी मैचों की अपनी मैच फीस भारतीय सेना को दान करना चाहता हूं। मुझे नहीं पता कि लोग इसे विवादास्पद कहेंगे या नहीं, लेकिन मेरे लिए यही सही है। इसके साथ ही सूर्या ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि मैंने इस टूर्नामेंट की अपनी मैच फीस हमारे सशस्त्र बलों और पहलगाम आतंकी हमले में पीड़ित परिवारों की मदद के लिए दान करने का फैसला किया है। आप हमेशा मेरे ख्यालों में रहेंगे। जय हिंद।
बता दें कि सूर्यकुमार का ये फ़ैसला ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान पर भारत की पहली जीत को सशस्त्र बलों को समर्पित करने के लिए उनकी मैच फ़ीस का 30% हिस्सा काट लिया गया था। आईसीसी ने राजनीतिक हस्तक्षेप का हवाला देते हुए कार्रवाई की और मामला एक छोटे से विवाद में बदल गया। लेकिन, उस जुर्माने के बावजूद स्काई पीछे नहीं हटे।
Published on:
29 Sept 2025 08:44 am
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