इस दौरान बंदियों के सामान की भी जांच की गई। जिसमें कोई आपत्तिजनक वस्तुएं अथवा नशा से संबंधित वस्तु नहीं पाई गई। बंदियों को दिए जाने वाले भोजन सामग्री की गुणवत्ता देखी गई। जिसमें दाल की मात्रा कम पाई गई, प्रत्येक व्यक्ति को 150 ग्राम दाल दिए जाने का प्रावधान है। दाल की मात्रा बढ़ाए जाने निर्देशित किया गया। बंदियों को दिए जाने वाला भोजन संतोषजनक पाया गया। कई स्थानों पर सफाई में कमी पाई गई ।
बंदियों को जानकारी दी गई कि कोविड संक्रमण अवधि में विचाराधीन बंदियों के प्रकरणों की सुनवाई वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्मय से की जा रही है। जेल प्रशासन को निर्देशित किया गया कि जिन बंदियों की पेशी हो उन्हें आवश्यक रूप से विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यायालय के समक्ष उपस्थित रखा जाए। जिला न्यायाधीश ने एसपी प्रशांत अग्रवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संतोष ठाकुर, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राहुल शर्मा व जेल अधीक्षक के साथ बैठक की। उन्हें व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। महिला जेल में कुल 5 नाबालिग बच्चे हैं जो महिला कैदी के संरक्षण में है। उन बच्चों की पढ़ाई व स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिए गए।