
NEET UG 2024: नीट यूजी परीक्षा का परिणाम आने के बाद से लगातार कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। यही कारण है कि हर जगह प्रोटेस्ट किए जा रहे हैं और परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है। इस परीक्षा के विरोध में छात्र ट्विटर से अब सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगहों पर लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। नीट परीक्षा के परिणाम को लेकर बिहार के विनम्र कौशिक (NEET Student Vinamra Kaushik) ने कहा कि हम लोअर मिडल क्लास लोग हैं, हमारे पास समय सीमित और जिम्मेदारियों का बोझ अधिक है। इस वर्ष नीट परीक्षा में हुई धांधली ने मेरा एक और साल बर्बाद कर दिया।
नीट के छात्र विनम्र कौशिक ने राजस्थान पत्रिकासे बातचीत में बताया कि यह उनका चौथा प्रयास था। इस बार भी वे कहीं दाखिला नहीं ले पाएंगे। विनम्र आगे कहते हैं कि वे अब किसी ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिला ले लेंगे और साइड से नीट की तैयारी भी जारी रखेंगे। उनके पास अब और समय नहीं है बर्बाद करने के लिए और न उम्मीद बची है। हालांकि, वे नीट की तैयारी पूर्ण रूप से नहीं छोड़ना चाहते हैं। बता दें, विनम्र के जैसे हजारों छात्र और छात्राएं हैं जो गरीब या मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। संसाधनों की कमी और आर्थिक तंगी के बावजूद ये छात्र अपनी किस्मत बदलने निकल चलते हैं। इनमें से कई होंगे जिनका इस वर्ष तीसरा, चौथा या आखिरी प्रयास रहा होगा।
विनम्र कुमार ने कहा इस वर्ष बड़ी संख्या में रैंक इंफ्लेशन हुआ है। पेपर लीक तो पहले भी होते आए हैं। किसी साल खबरों में आता है, किसी साल नहीं। लेकिन इस साल नीट यूजी परीक्षा में एक साथ कई गड़बड़ियां (NEET UG Controversy) सामने आई हैं। रैंक में 20 हजार से 30 हजार का अंतर, मनमाने ढंग से ग्रेस मार्क्स देना और एक साथ 67 छात्रों का रैंक 1 हासिल करना, ये सब इस ओर इशारा करते हैं कि एनटीए ने नीट परीक्षा (NEET UG Exam) के जरिए छात्रों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है।
बीते वर्ष विनम्र को नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exam) में करीब 600 अंक आए थे और उनका रैंक 27,000 था। वहीं इस वर्ष उन्हें 604 अंक आए और रैंक 76130। विनम्र कहते हैं कि इस मार्क्स के अनुसार मेरी रैंक इस बार 30,000 के करीब होनी चाहिए थी। इस साल 600 के करीब अंकों पर 80,000 के करीब रैंक बन रही है। रैंक इंफ्लेशन के कारण जो योग्य उम्मीदवार हैं, उन्हें कोई कॉलेज नहीं मिलेगा और जो छात्र योग्य नहीं हैं वे एम्स (AIIMS Admission) जाएंगे। ये सिर्फ शिक्षा व्यवस्था के साथ ही नहीं बल्कि आम लोगों के स्वास्थ्य और डॉक्टर्स पर लोगों के अटूट भरोसे के साथ भी खिलवाड़ है।
विनम्र उन छात्रों में से एक हैं, जिन्होंने नीट की तैयारी के लिए कोई ऑफलाइन कोचिंग नहीं किया। बेसिक कॉन्सेप्ट को समझने के लिए ऑनलाइन क्लासेज और अपने नोट्स व सेल्फ स्टडी के भरोसे चल रहे हैं। वे कहते हैं दूर-दूर तक परिवार में कहीं कोई शिक्षक और डॉक्टर नहीं है। यदि विनम्र का सेलेक्शन मेडिकल कॉलेज के लिए होता है तो वे अपने परिवार के पहले डॉक्टर बनेंगे।
बातचीत में विनम्र ने ये भी बताया कि कोई भी नीट का छात्र सबसे पहले बायो विषय का पेपर करता है। यदि आपकी तैयारी पूरी है तो बायो में मुश्किल से 40 मिनट लगते हैं। उन्होंने कहा मुझे बायो और केमिस्ट्री करने में 40-45 मिनट का समय लगा था। सिर्फ बायो और केमिस्ट्री का पेपर भी कर लेने से 500 के करीब अंक आ जाते हैं। लेकिन कुछ परीक्षा केंद्रों पर पेपर देर से देने की वजह से ग्रेस मार्क्स दिया गया। ऐसे में जिन छात्रों ने फिजिक्स का पेपर नहीं भी वे ग्रेस मार्क्स के कारण 600 तक पहुंच गए।
नीट परीक्षा के परिणाम (NEET UG Result 2024) को लेकर अब नेता और एजुकेशनल एक्सपर्ट भी आवाज उठा रहे हैं। फिजिक्सवाला कोचिंग संस्थान के सीईओ अलख पांडे, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी आदि कई चेहरों ने एनटीए और सरकार से जवाब मांगा है। प्रियंका गांधी ने कहा सरकार को छात्रों की आवाज सुननी चाहिए। नीट परीक्षा (NEET UG Exam 2024) से जुड़ी धांधली की जांच होनी चाहिए। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे जांच कराए और छात्रों की समस्या का हल करे। वहीं अलख पांडे ने नीट परिक्षा में हुई धांधली की निंदा की। कहा कि 22 लाख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है और एनटीए को इसका जवाब देना चाहिए।
Updated on:
12 Jun 2024 03:29 pm
Published on:
12 Jun 2024 02:08 pm
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