जिला पंचायतराज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 576 ग्राम पंचायते हैं। जिनमें आवंटित की गई धनराशि से स्कूलों में कायाकल्प कार्य, सड़क, सीसी, खरंजा, सामुदायिक शौचालय, नाली निर्माण, शौचालय निर्माण, वॉटर हार्वेस्टिंग, हैंडपंप रिबोर, खाद्य के लिए गड्ढे खोदने आदि का कार्य कराया गया है। इसमें पंचायतों ने लगभग 63 प्रतिशत धनराशि खर्च की है, जबकि अभी भी पंचायतों में लगभग 38 से 40 प्रतिशत तक धनराशि बची हुई है। जिससे कार्यकाल पूर्ण होने से पहले विकास कार्य कराने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि दिसंबर में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। शासन ने वर्ष 2020 में पंचायतों में विकास, निर्माण कार्य हेतु 172.41 लाख रुपये पंचायतों में भेजे गए। इसमें से प्रधानों द्वारा अपने-अपने ग्राम पंचायतों में से 60 से 63 प्रतिशत यानि करीब 107.68 लाख रुपये धनराशि विकास कार्यों में खर्च कर ली है। जबकि लगभग 65 से 68 लाख रुपये अभी बचे हुए हैं, जिन्हें भी दिसंबर तक विकास कार्यों में लगाने के कहा गया है।