उन्होंने कहा कि हाल ही में कर्नाटक में सीएए विरोधी दो रैलियों में ओवैसी के सामने ही देश विरोधी कार्रवाई होती रही और वह चुप बैठे रहे। बैंगलोर में हुई रैली में ओवैसी के मंच पर एक महिला ने बाकायदा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। जब यह नारे लगा चुकी तब ओवैसी ने उसका माइक छीना। लेकिन गुलबर्गा की दूसरी रैली में भायखला के विधायक रह चुके वारिस पठान लगभग 15 मिनट तक हिंदू विरोधी बयान देते रहे तब ओवैसी ने उनसे माइक छीनने की बात तो दूर उन्हें रोका तक नहीं गया।
उन्होंने कहा कि अखिल भारत हिंदू महासभा सरकार से यह मांग करता है कि जिस तरह से पाक जिंदाबाद के नारे लगाने वाली लड़की के खिलाफ कार्रवाई हुई और उसे जेल भेजा गया है ।उसी तरह वारिस पठान पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करके उन्हें कारागार में डाल देना चाहिए और उन्हें आजीवन जनप्रतिनिधि बनाने से अयोग्य समझा जाना चाहिए। हमारा देश 125 करोड़ लोगों का देश है। सभी लोग संविधान का कद्र करते हैं और संविधान के अनुसार ही देश के कानून को मानते हैं।
वहीं परमार्थ समिति के चेयरमैन वीके अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश में एक ही नारा कायम होना चाहिए। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में हैं भाई-भाई। देश के अंदर इंसान को बांटने का जो काम किया जा रहा है। ऐसे तत्वों के विरुद्ध सरकार को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि भविष्य में कोई भी देश द्रोही इस तरह की बयान बाजी ना करें।