कांग्रेस की पांचवीं सूची जारी, इस ब्राह़मण प्रत्याशी का टिकट कटा, देखें पूरी सूची
राजनीति से देखा है करीब से डॉली शर्मा ने बचपन से ही राजनीति को बड़े करीब से देखा है। उनके पिता नरेंद्र भारद्वाज कांग्रेस के पुराने नेता रहे हैं। वर्तमान में वह महानगर अध्यक्ष हैं। डॉली शर्मा ने बताया कि उनका जन्म गाजियाबाद में 30 अक्टूबर 1984 को हुआ था। उन्होंने स्कूल की पढ़ाई ग्रीन फील्ड स्कूल चंद्र नगर गाजियाबाद में की थी। उन्होंने वसुंधरा स्थित जयपुरिया इंस्टीट्यूट से एमबीए किया है। उसके बाद उन्होंने ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन लोधी रोड दिल्ली से एचआर में डिप्लोमा किया। उन्हें म्यूजिक और समाजसेवा का बचपन से ही शौक रहा है। उन्होंने बताया कि अक्सर वह अपने पिता का राजनीति में भी साथ देती थी, जो उन्हें बहुत अच्छा लगता था। उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि वह राजनीति में भी आएंगी।जब मनोहर पर्रिकर के निधन पर देश था दुखी तब यूपी में कार्यक्रम में हुआ यह शर्मनाक काम- देखें वीडियो
पति ने दिया पूरा साथ उन्होंने बताया कि 25 नवंबर 2007 को उनकी शादी गाजियाबाद के ही रहने वाले उद्यमी दीपक शर्मा के साथ हुई। उनका 5 साल का बेटा अथर्व शर्मा भी है। डॉली शर्मा का कहना है कि उनके पति ने उनकी रुचि को ध्यान में रखते हुए उन्हें राजनीति में जाने के लिए प्रेरित किया। इसी कारण उन्होंने नगर निगम में मेयर का चुनाव लड़ा था। इस बार भी पति दीपक शर्मा के कहने पर ही सांसद के चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी पेश की थी। उनका इस मामले में भी पूरा समर्थन है।इस कांग्रेसी नेता ने कहा, आजम खान मेरी हत्या करा सकते हैं, सुरक्षा बढ़ाई जाए
जताई जीत की उम्मीदउधर, डॉली शर्मा के टिकट होने के बाद से राजनीतिक समीकरण अब बदलते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने मेयर का चुनाव भी बहुत अच्छे ढंग से लड़ा था। माना जा रहा है। कि इस बार भी वह गाजियाबाद की जनता को लुभाने में कामयाब होंगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव बिजेंद्र यादव का कहना है कि वह सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस के सभी आला नेताओं का दिल से धन्यवाद अदा करना चाहते हैं। इस बार उन्होंने नौजवान प्रत्याशी को टिकट देकर चुनाव लड़ने का अवसर दिया है। वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने वाली मजबूत प्रत्याशी हैं। इतना ही नहीं डॉली शर्मा सभी कार्यकर्ताओं की पसंदीदा नेता हैं। इस बार निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी और गठबंधन के प्रत्याशियों को परास्त कर गाजियाबाद में अपना परचम लहराते हुए जोरदार जीत हासिल करेंगी।