बता दें कि, पिता के बाद पहली बेटी प्रंमा सिंह ही चुनावी मैदान में हैं। प्रेमा सिंह के नामांकन के बाद विरोधी पार्टियों में हलचल मच गई है। हालांकि, अभी तक किसी ने प्रत्याशी तय नहीं किया है। वहीं सपा में प्रेमा सिंह के आने से पार्टी का कद बढ़ा। कार्यकर्ताओं का कहना है कि, पीएम भी अपने भाषण में विश्वनाथ गहमरी का जिक्र करते हैं, और प्रेमा तो गहमरी की बेटी हैं। जो पढ़ी लिखी हैं। इसके पहले प्रेमा के बेटे विवेक सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वहीं इस बार महिला आरक्षण होने के नाते अपनी मां प्रेमा सिंह मैदान में उतारा। विवेक का कहना था कि, अगर किसी पार्टी का समर्थन मिलता है तो ठीक है वरना निर्दलीय मैदान में उतरेंगे। हालांकि, विवेक को इस बातक पर यकीन था कि, सपा में उन्हें टिकट मिलेगा। कुल मिलाकर प्रेमा सिंह विरोधियों को कड़ी टक्कर देने वाली हैं।
सपा में इनके आने से इनका कद बढ़ा है, मोदी भी अपने भाषण नमें गहमरी का नाम लेते हैं, पढ़ी लिखा महिला हैं, महिला सीट होने की वजह से विवेक सिंह ने अपनी माता को प्रत्याशी बनाया। इसके पहले उन्होंने कहा था कि, सपा से मुझे टिकट मिलेगा।
आज विश्वनाथ गहमरी की बेटी प्रेमा सिंह को समाजवादी पार्टी ने नगरपालिका परिषद गाजीपुर से टिकट देकर पूर्व सासंद स्व. विश्वनाथ गहमरी का सम्मान बढ़ाया। आज प्रेमा सिंह ने पार्टी के लोगों के साथ नामांकन किया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के लोगों ने आचार संहिता की जमकर धज्जी उड़ाई और पांच से अधिक की संख्या मे नामांकन कक्ष पहुंचे। जिसमें जंगीपुर विधायक,पूर्व सांसद,जिला पंचायत अध्यक्षा सहित तमाम लोग शामिल थे। एसडीएम सदर इनको देखकर भड़क गए और पांच से अधिक हुये लोगों को बार-बार बाहर जाने को कहा, लेकिन अंत तक भी इनकी संख्या 5 से अधिक रही।