स्थानीय लोगों के साथ पुलिसकर्मियों ने हाथी पर थानेदार त्रिवेणी लाल सेन को बैठा कर घुमाया। हाथी के आगे ढोल-नगाड़ा बजाते हुए लोग चल रहे थे। जहां से भी हाथी गुजरता था वहां पर लोग हाथ जोड़ कर सम्मान के साथ त्रिवेणी लाल सेन को विदाई दे रहे थे। लोगों ने इस बात पर खुशी जतायी थी कि उनका तबादला किसी अन्य जिले में नहीं हुआ है बल्कि मीडिया सेल का प्रभारी बनाया गया है इसलिए त्रिवेणी लाल सेन से हमेशा भेंट होती रहेगी।
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पहले मंगाया था घोड़ा, बाद में हाथी पर बैठा कर दी गयी विदाई
त्रिवेणी लाल सेन बताया कि वह ग्रामीणों के साथ अपने सहयोगियों को भी पूरा सम्मान देते थे। लोगों की समस्या को नियमानुसार समाधान कराया जाता था। ग्रामीणों को जब तबादले की जानकारी मिली तो पुलिसकर्मियों के साथ मिल कर घोड़े मंगाये गये थे लेकिन मैने घोड़े पर बैठने से मना कर दिया तो हाथी लेकर आये और सभी की जिद मानते हुए हाथी पर बैठना पड़ा। इसके बाद पुलिस थाने से हाथी में बैठा कर विदाई दी गयी। बताते चले कि त्रिवेणी लाल सेन लगभग 11 माह तक करंडा के थानेदार रहे थे इस दौरान चर्चित पत्रकार राजेश मिश्र हत्याकांड का खुलासा किया था और क्षेत्र में क्राइम कंट्रोल करने में सफल साबित हुए थे जिसका इनाम उन्हें सम्मान के साथ विदाई के रुप में मिला।
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त्रिवेणी लाल सेन बताया कि वह ग्रामीणों के साथ अपने सहयोगियों को भी पूरा सम्मान देते थे। लोगों की समस्या को नियमानुसार समाधान कराया जाता था। ग्रामीणों को जब तबादले की जानकारी मिली तो पुलिसकर्मियों के साथ मिल कर घोड़े मंगाये गये थे लेकिन मैने घोड़े पर बैठने से मना कर दिया तो हाथी लेकर आये और सभी की जिद मानते हुए हाथी पर बैठना पड़ा। इसके बाद पुलिस थाने से हाथी में बैठा कर विदाई दी गयी। बताते चले कि त्रिवेणी लाल सेन लगभग 11 माह तक करंडा के थानेदार रहे थे इस दौरान चर्चित पत्रकार राजेश मिश्र हत्याकांड का खुलासा किया था और क्षेत्र में क्राइम कंट्रोल करने में सफल साबित हुए थे जिसका इनाम उन्हें सम्मान के साथ विदाई के रुप में मिला।
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