हालांकि अब अमरीकी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान ने इस हमले में हाथ होने से इनकार किया है। अमरीका ने कहा था कि सऊदी अरब की तेल रिफाइनरी में हुए ड्रोन हमले के लिए तेहरान जिम्मेदार है।
सऊदी अरब की तेल कंपनी पर ड्रोन हमले के बाद 5.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उत्पादन ठप
ईरान ने रविवार को अमरीका के दावों को खारिज करते हुए कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक के खिलाफ वाशिंगटन की ज्यादातर दबाव वाली रणनीति ‘अधिकतम झूठ’ की रणनीति में बदल गई है।
सऊदी अरब पर हमले के पीछे तेहरान: अमरीका
ईरान की समाचार एजेंसी ईरना के मुताबिक, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने यह टिप्पणी अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के ट्वीट की प्रतिक्रिया में की।
पोम्पिओ ने ट्वीट किया था, ‘सऊदी अरब पर लगभग 100 हमलों के पीछे तेहरान है। राष्ट्रपति हसन रूहानी और विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कूटनीति में शामिल होने का दिखावा किया।’
सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी पर बड़ा आतंकी हमला, ड्रोन से बनाया निशाना
उन्होंने आगे लिखा था, ‘विवाद को कम करने के सभी आह्वान के बावजूद ईरान ने दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति पर अभूतपूर्व हमला किया है।
मौसवी ने कहा कि लगभग पांच साल पूरे होने को आए हैं, जब सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन पर बार-बार आक्रामकता दिखाई है और नागरिकों के खिलाफ अत्याचारों को अंजाम देकर एक प्रकार का युद्ध छेड़ दिया है।
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