महिला चिकित्सक के साथ अमानवीय व्यवहार की जानकारी मिलने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ग्वालियर के अध्यक्ष डॉ.नीरज शर्मा ने जयारोग्य अस्पताल परिसर में डॉक्टरों के सभी संगठनों की बैठक बुलाई, जिसके बाद हड़ताल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर के साथ प्रशासन व पुलिस ने एक अपराधी जैसा व्यवहार किया है। उन्हें साढे 8 घंटे तक मानसिक यातनाएं दी गईं। प्रताडि़त करने वाली अधिकारी के खिलाफ प्रशासन द्वारा एफआईआर कर उन्हें निलंबित नहीं किया जाता है तब तक कोई भी डॉक्टर काम नहीं करेंगे।
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12 सप्ताह तक हो सकता है गर्भपात
आईएमए के अध्यक्ष डॉ.नीरज शर्मा का कहना था कि 12 सप्ताह तक कोई भी डॉक्टर गर्भपात कर सकता है। इस मामले में न तो गर्भपात किया जा रहा था, न ही भ्रूण परीक्षण किया जा रहा था। ऐसे में डॉक्टर को षड्यंत्र के तहत प्रताडि़त किया गया।
सभी प्रमुख डॉक्टर पहुंचे जेएएच
जयारोग्य चिकित्सालय में पहुंचने की सूचना पर रात 8 बजे से शहर के सभी वरिष्ठ एवं जूनियर डॉक्टर यहां पहुंच गए। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.भरत जैन भी यहां पहुंचे और उन्होंने डॉक्टरों को समझाइश दी, लेकिन बात नहीं बनी। जयारोग्य परिसर में डॉ.ओएन कौल, डॉ.रविशंकर डालमिया, डॉ.एएस भल्ला, डॉ.पुरेन्द्र भसीन, डॉ.प्रियंवदा भसीन, डॉ.मजूमदार, डॉ.पुरुषोत्तम जाजू, सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी, जीआर मेडिकल कॉलेज की टीचर्स एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारी, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सभी सदस्य उपस्थित थे। डॉक्टरों के आंदोलन को चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित अन्य संगठनों ने भी समर्थन दिया है।
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थाने से नहंी भेजे पुलिसकर्मी
महिला डॉक्टर के यहां थाने से कोई पुलिसकर्मी नहीं गया था। उनके साथ सुरक्षाकर्मी रहता है। हो सकता है वो उनके साथ होगा। एसडीएम पूरे मामले की जांच कर रही हैं। उन्होंने नोटिस देकर पूछताछ के लिए सोमवार को कलेक्ट्रेट भी बुलाया है। पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पंकज पांडेय, एएसपी
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एसडीएम के बुलावे पर भेजी पुलिस
एसडीएम के बुलावे पर पुलिस भेजी गई थी। इसके बाद महिला डॉक्टर को थाने लाया गया। एसडीएम ने ही उनके बयान लिए। उनके द्वारा ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। अभी तक थाने में कोई आवेदन नहीं दिया है।
यदुवीर सिंह तोमर, टीआई विश्वविद्यालय थाना
मौलिक अधिकारों का हनन, कोर्ट जाएंगे
एडवोकेट राकेश पाराशर का कहना है कि डॉक्टर को बिना किसी कारण के साढ़े 8 घंटे तक थाने में बिठाकर रखना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। इस घटना को लेकर वे न्यायालय जाएंगे।
डॉ.प्रतिभा आईसीयू में भर्ती
रात को जयारोग्य पहुंची डॉ. प्रतिभा गर्ग को चेस्ट में दर्द होने पर जयारोग्य चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उन्हें अस्पताल में चक्कर आ रहे थे।
मुझे और मेरे पति को डिप्टी कलेक्टर भगत ने धमकाया: डॉ. गर्ग
मेडिकल कॉलेज की सहायक प्राध्यापक डॉ.प्रतिभा गर्ग ने एडवोकेट राकेश पाराशर के माध्यम से थाना प्रभारी को डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत के खिलाफ उन्हें अवैध रूप से विश्वविद्यालय थाने में बंधक बनाए जाने पर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। जिसमें कहा कि दीपशिखा कुछ लोगों के साथ सुबह 11 बजे मेरे क्लीनिक पर आईं और मुझे एवं मेरे पति डॉ.प्रवीण गर्ग को जबरन धमकाया तथा मुझे विश्वविद्यालय थाने में ले गए। यहां रात 8.40 बजे तक भूखा प्यासा बैठाकर रखा गया। इस दौरान उन्होंने मुझसे कोरे कागज पर दस्तखत भी करा लिए, इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
तीन दिन की इंवेस्टिगेशन के बाद की कार्रवाई: डिप्टी कलेक्टर
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और केआरएच में विशेषज्ञ महिला चिकित्सक के पद पर कार्यरत डॉ प्रतिभा गर्ग को डिप्टी कलेक्टर ने अवैध गर्भपात के मामले में पकड़ा है। डिप्टी कलेक्टर का कहना है कि सूचना के आधार पर शहर के क्लिनिकों पर हमारी नजर थी। पटेल नगर के इस क्लिनिक पर तीन दिन से इन्वेस्टिगेशन की जा रही थी, इसके बाद शनिवार को कार्रवाई की गई है। आज दोपहर 12 बजे डॉ. प्रतिभा को कलेक्ट्रेट बुलाया गया है।
थाने पर नारेबाजी
महिला डॉक्टर प्रतिभा गर्ग को थाना में बैठाकर रखने की खबर मिलते शहरभर के नामचीन डॉक्टर और आइएमए के पदाधिकारियों की भीड़ थाने जुट गई। उन्होंने थाने को घेरकर जमकर नारेबाजी की। डॉक्टरों की एकजुटता को देखकर पुलिस के हाथ-पैर फूल रहे थे।
अलग-अलग बयान
डिप्टी कलेक्टर के महिला डॉक्टर के यहां कार्रवाई के दौरान पुलिस की मौजूदगी को लेकर पुलिस अलग-अलग बयान दे रही है। एएसपी का कहना है कि थाने से कोई बल ही नहीं गया जबकि टीआई का कहना है एसडीएम के बुलावे पर पुलिस भेजी गई थी।
गुस्साए डॉक्टर पहुंचे कलेक्ट्रेट
डॉ प्रतिभा पर हुई कार्रवाई की खबर जब दूसरे डॉक्टर्स को लगी तो सभी पहले यूनिवर्सिटी थाने पहुंचे और फिर कलेक्टर अनुराग चौधरी से मिलने पहुंच गए। मुलाकात के बाद डॉक्टर्स ने बताया कि कलेक्टर ने थाने जाकर पूरी कार्रवाई देखने के लिए कहा।
विधायक ने डॉक्टरों से कहा काम पर लौटें
विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि वे भोपाल में हैं, घटना की जानकारी पर वे लगातार डॉक्टरों से संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सभी से मरीजों के हित को देखते हुए हड़ताल न करने का आग्रह किया है।
इमरजेंसी है तो जेएएच आएं
टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.सुनील अग्रवाल ने कहा कि यदि कहीं कोई इमरजेंसी सेवाओं की जरूरत हैं तो मरीज को जयारोग्य चिकित्सालय लेकर आएं, यहां डॉक्टर इमरजेंसी की स्थिति होने पर मरीज को अपनी सेवाएं देंगे।
तो आम आदमी की स्थिति क्या होगी
अगर कोई अपराध है तो बताना पड़ेगा हम पूरी तरह से कोऑपरेट करेंगे, लेकिन हमको न तो कोई एफआईआर दी गई है और न अपराध बताया गया है। कलेक्टर से बात की तो उन्होंने भी बात करने की बजाय थाने जाने के लिए कह दिया।