खड़े ट्रक में घुसी बस, एक की मौत, पोकलेन मशीन से निकाला क्लीनर का शव
मूलादास की बगिया निवासी घनश्याम कुशवाह (20) ने बताया पत्नी प्रीति कुशवाह को भाई करण ने मार डाला। प्रीति से करीब ६ महीने पहले शादी हुई थी। विवाह के बाद से मां हरगो बाई और छोटा भाई करण प्रीति को कामचोर, मक्कार कहते थे। करीब ३ महीने तक प्रीति ने देवर और सास के ताने सहन भी किए। आए दिन की कहानसुनी से तंग आकर चौका चूल्हा अलग कर लिया फिर भी मां और करण चाहते थे प्रीति पूरे घर का काम करे। आठ दिन पहले करण ने प्रीति से झाड़ू लगाने के लिए कहा। उसने मना कर दिया तो देवर भाभी में कहासुनी हुई। करण रंजिश पाल कर बैठा था। बुधवार सुबह वह मजदूरी पर निकल गया। घर में पत्नी प्रीति के अलावा मां और करण थे। मकान के दूसरे हिस्से में बड़े भाई की पत्नी और बच्चे थे। दोपहर करीब दो बजे करण ने प्रीति के कमरे में घुसकर उसका गला काट दिया।
नहीं सुनाई दीं चीखें
बहू की हत्या के बारे में हरगो बाई और उसके बेटे मनोज की पत्नी प्रीति चुप हैं। दोनों रट लगाए हैं कि करण ने कब हत्या की उन्हें नहीं पता। लेकिन उनकी बातों पर पुलिस को भी भरोसा नहीं हो रहा है। क्योंकि हरगो बाई का कमरा प्रीति के कमरे से सटा है। करण जब बेरहमी से हत्या करने के लिए भाभी को दनादन कुल्हाड़ी मार रहा था तब जान बचाने के लिए प्रीति चीखी चिल्लाई होगी। उस वक्त सास और जेठानी ने भी उसकी चीखें सुनी होंगी, फिर उसकी जान बचाने की कोशिश क्यों नहीं।