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हालांकि एसोसिएशन ने मानवीय दृष्टिकोण से आपात चिकित्सा सेवाओं को चालू रखने की छूट प्रदान की है। लेकिन ग्वालियर चंबल संभाग में चिकित्सा सेवाए ठप होने से दिनभर लोग परेशान होते रहे। चिकित्सा सेवाए ठप ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, शिवपुरी,श्योपुर,दतिया और डबरा में रही। डॉ. गर्ग के अनुसार कलकत्ता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स पर मरीज के परिवारजनों ने जानलेवा हमला किया था। 85 वर्ष के बुजुर्ग की मौत पर आरोपियों ने गाडिय़ों में भरकर लाए लगभग 200 लोगों के साथ कॉलेज के जूनियर चिकित्सकों पर जानलेवा हमला किया। हमले में एक चिकित्सक के सिर पर खोपड़ी को तोड़ते हुए गहरी चोट आई है। वह अभी भी मौत से लड़ रहा है व उसकी जान खतरे में है। यह भी पढ़ें
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इस स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों ने 17 जून को चिकित्सा सेवाओं को बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके तहत मुरैना जिले में सभी चिकित्सकीय सेवाएं 17 जून सुबह छह से 18 जून सुबह छह बजे तक (24) बंद रहेंगी। हालांकि मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए आकस्मिक सेवाओं को छूट प्रदान की गई है। जौरा में आइएमए के अध्यक्ष डॉ. सुरेश त्यागी ने भी बैठक करके आंदोलन की घोषणा की है। इसके पहले चिकित्सक 14 जून को काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से परेशानी आम मरीजों को ही उठानी पड़ती है। यह भी पढ़ें
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दिनभर मुश्किल में रहे मरीजग्वालियर के जिला अस्पताल में ही इन दिनों औसतन एक हजार से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। 150-200 मरीज रोज भर्ती भी हो रहे हैं, ऐसे में चिकित्सकों की हड़ताल से सेवाएं लडखड़़ा गई। इस हड़ताल में निजी चिकित्सक भी शामिल हैं। हड़ताल के चलते दिनभर मरीज इलाज के लिए परेशान होते देखे गए।
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तो मिलेंगी वैकल्पिक व्यवस्थाएं
हालांकि सीएमएचओ ने सोमवार को बताया कि मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। जिलेभर में सभी प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों पर आपात सेवाओं के लिए चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। जिला अस्पताल में भी मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। निजी सेवाएं प्रभावित रहने से सरकारी अस्पतालों पर भार बढ़ जाएगा। इसलिए दस्तक अभियान को भी दो दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। दस्तक में लगे स्टाफ को आपात सेवाओं के लिए बुला लिया है।
आंदोलन में यह मांगें शामिल आपात सेवा के लिए मुरैना में दो दर्जन चिकित्सक तैनात
बंगाल में चिकित्सकों से मारपीट मामले में 17 जून को आइएमए की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य प्रशासन ने वैकल्पिक इंतजाम किए हैं। सीएमएचओ डॉ. विनोद गुप्ता के अनुसार दो दर्जन चिकित्सकों को जिलेभर में पीएचसी व सीएचसी पर तैनात किया गया है। इसके तहत डॉ. राधावल्लभ शर्मा, डॉ. धीरज प्रजापति एवं डॉ. परूल गोयल को जिला अस्पताल में तैनात किया गया है। जबकि डॉ. अनिल गर्ग को सीएचसी कैलारस, डॉ. कीर्ति पचैरी सीएचसी नूराबाद, डॉ. नेहा शर्मा सीएचसी सबलगढ़, डॉ. बृजेश तिवारी सीएचसी नूराबाद, डॉ. अर्मिता सिंह सिकरवार सीएच अंबाह, डॉ. तेजसिंह जाटव को सीएचसी पोरसा, डॉ. आरती शर्मा को पीएचसी रामपुरकलां में तैनात किया गया है।
बंगाल में चिकित्सकों से मारपीट मामले में 17 जून को आइएमए की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य प्रशासन ने वैकल्पिक इंतजाम किए हैं। सीएमएचओ डॉ. विनोद गुप्ता के अनुसार दो दर्जन चिकित्सकों को जिलेभर में पीएचसी व सीएचसी पर तैनात किया गया है। इसके तहत डॉ. राधावल्लभ शर्मा, डॉ. धीरज प्रजापति एवं डॉ. परूल गोयल को जिला अस्पताल में तैनात किया गया है। जबकि डॉ. अनिल गर्ग को सीएचसी कैलारस, डॉ. कीर्ति पचैरी सीएचसी नूराबाद, डॉ. नेहा शर्मा सीएचसी सबलगढ़, डॉ. बृजेश तिवारी सीएचसी नूराबाद, डॉ. अर्मिता सिंह सिकरवार सीएच अंबाह, डॉ. तेजसिंह जाटव को सीएचसी पोरसा, डॉ. आरती शर्मा को पीएचसी रामपुरकलां में तैनात किया गया है।
जबकि डॉ. अंजली उपाध्याय सीएचसी झुंडपुरा, डॉ. अजय ंिसंह को सीएचसी पहाडगढ़़, डॉ. स्वाती देवालिया पीएचसी बानमोर, डॉ. कुंजबिहारी नागर सीचसी खडिय़ाहार, डॉ. किरन शाक्य को सीएचसी जौरा, डॉ. विक्रम सिंह को पीएचसी दिमनी, डॉ. सुरेन्द्र सिंह यादव को पीएचसी गलेथा, डॉ.प्रतिपाल सिंह पीएचसी देवगढ़, डॉ. प्रियंका सिंधे पीएचसी रिठौराकलां, डॉ. अजय शर्मा को पीएचसी बागचीनी, डॉ. आर्शी खान पीएचसी नायकपुरा, डॉ. भगत सिंह को पीएचसी जौरा और डॉ. अनीता देवन को सीएचसी नूराबाद पर तैनात किया गया है। सभी को अपने ड्यूटी स्थल पर सही समय पर उपस्थित होने को कहा गया है। इस दौरान कोई अवकाश स्वीकृत नहीं होगा। अनुपस्थित रहने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।