इसे भी पढ़ें : टाइगर हिल पर तिरंगा फहराकर शहीद हुआ था ग्वालियर का ये सपूत, जानिए ऐसे में आज हम आपको इस युद्ध से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं। अभी हाल ही में भारतीय वायुसेना ने कारगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने पर ग्वालियर स्थित एयर बेस को एक थियेटर में तब्दील कर दिया गया। इस दौरान जम्मू और कश्मीर के द्रास-कारगिल क्षेत्र में टाइगर हिल हमले का एक प्रतिकात्मक चित्रण प्रस्तुत किया गया।
इसे भी पढ़ें : नौकरानी को देख गाड़ी रोकी तो मालकिन रह गईं सन्न, देखी ऐसी चीज कि भागे-भागे पहुंची घर ये हमला 24 जून, 1999 को टाइगर हिल पर पाकिस्तानी घुसपैठियों पर हुआ था। इस कार्यक्रम में एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ मुख्य अतिथि थे। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने युद्ध के 20 वर्ष को मनाने के लिए एयर बेस पर कई तरह गतिविधियों की योजना बनाई है, जिसमें टाइगर हिल हमले का प्रतिकात्मक चित्रण और आपरेशन विजय में इस्तेमाल मिराज 2000 और अन्य विमानों के प्रदर्शन को शामिल किया गया था।
इसे भी पढ़ें : कांग्रेस विधायक ने पूछा बेरोजगारों को भत्ता देने की क्या योजना है, सीएम बोले ऐसी योजना नहीं इस दौरान वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,ग्वालियर में इस कार्यक्रम के तहत कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। साथ ही मिराज 2000 और हमले के दौरान इस्तेमाल अन्य विमानों का प्रदर्शन भी हुआ। पांच मिराज 2000, दो मिग 21 और एक सुखोई 30 एमकेआई का भी प्रदर्शन किया गया।
इसे भी पढ़ें : ट्रेन का टिकट लेना अब हुआ और आसान, ये है नया तरीका अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर हुई इस जंग में भारतीय वायु सेना ने अपने पराक्रम का प्रदर्शन किया था। वायुसेना के अधिकारी ने बताया कि कारगिल संघर्ष ऊंचाई की परिस्थितियों में युद्ध में वायु शक्ति के उपयोग का एक अनुकरणीय अनुभव प्रदान करता है। इस युद्ध में कई वीरों ने अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए। उन्होंने बताया कि इस युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों ने दुश्मन को उसके दुस्साहस का सबसे बड़ा सबक सिखाया था। इतना ही नहीं इस युद्ध में मिराज-2000 की काफी अहम भूमिका रही। युद्ध के दौरान वायुसेना ने ऑपरेशन विजय सागर को सेना के ऑपरेशन विजय के एक भाग के रूप में संचालित किया था।