इस पर मंत्री ने डॉ. यादव को बुलाया और ग्रामीणों का सामना करवाया। इस पर पहले तो डॉ. यादव ने आरोप से मना किया और फिर कहा, ‘मैडम, आज नशा नहीं किया है।’ यह सुन मंत्री ने गुस्से में कहा, ‘आप पर तो कार्रवाई होना चाहिए।’ इस पर डॉ. यादव बोले, ‘मैडम, मेरे चाचा लाखन सिंह यादव विधायक हैं और यहां के प्रभारी मंत्री भी।’ यह सुनकर मंत्री वहां से चली गईं। ग्रामीणों ने ‘पत्रिका’ को बताया कि डॉ. यादव 2013 से गांव में पदस्थ हैं और अस्पताल की व्यवस्थाएं चौपट हो चुकी हैं।
महिला एवं बाल विभाग की मंत्री इमरती देवी ने कहा कि ग्रामीणों ने डॉक्टर के खिलाफ ड्यूटी के दौरान नशे में रहने और काम नहीं करने की शिकायत की थी। डॉक्टर को बुलाया तो उन्होंने माफी मांगी। आगे डॉ. यादव के शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री कुछ तो लगते ही होंगे
अगरा स्वास्थ्य केंद्र डॉ. सुनील यादव ने कहा कि ग्रामीण हैं, शिकायत कर सकते हैं। जहां तक मंत्री से कुछ कहने की बात है तो भला उनसे मैं कुछ कह सकता हूं। प्रभारी मंत्री मेरे कुछ तो लगते ही होगें।
पर्यवेक्षक निलंबित
मंत्री ने खुर्रका में आंगनबाड़ी केंद्र देखा और कुपोषित बच्चों की ली जानकारी ली। मंत्री ने सहसराम सेक्टर की पर्यवेक्षक को बुलाया। देरी से आने पर मंत्री ने पर्यवेक्षक रेखा अग्रवाल को निलंबित करने के निर्देश दिए।