script

पहाड़ों में सुरंग से होकर मंदिर आते है भक्त, ऐसी है बाबा भोलेनाथ की महिमा

locationग्वालियरPublished: Jul 23, 2019 08:59:31 pm

Submitted by:

monu sahu

प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पहाडिय़ों की तलहटी में तालाब किनारे बना है श्री गुप्तेश्वर महादेव का मंदिर

gupteshwar

gupteshwar

ग्वालियर। सावन का महीना शुरू हो चुका है और भगवान शिव के भक्त बाबा भोलेनाथ की भक्ती में डूबे हुए है। ऐसे में शिवपुरी जिले के दिनारा में एक ऐसा प्राचीन शिव मंदिर है, जिसका न केवल पुराणों के अनुसार विशेष महत्व है, बल्कि धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र है। यहां शिवजी के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। दिनारा के मध्य स्थित प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर जगह श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर की पहाडिय़ों की तलहटी में तालाब किनारे बने मंदिर को दूर से ही देखने मात्र से मन प्रसन्न हो जाता है।
इसे भी पढ़ें : रहस्यमयी है भरका महादेव का मंदिर, चन्द्रशेखर आजाद ने यहां की थी पूजा, जानिए

पुरानी मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि कपिल मुनि द्वारा यहां रोजाना शिवजी की उपासना की जाती थी। मान्यताओं के अनुसार कपिल मुनि दिनारा से 10 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत खमेरा की पहाडिय़ों पर बने गुरु महाराज के मंदिर पर निवास करते थे वहां से पहाड़ों के अन्दर बनी सुरंग से होते हुए शिव की आराधना के लिए गुप्तेश्वर महादेव मंदिर आते थे। वह सुरंग अभी भी मंदिर के अंदर मौजूद है।
इसे भी पढ़ें : महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद कभी बने ड्रायवर तो कभी बने मंदिर के पुजारी, ऐसे यहां काटे थे दिन

Sawan Shiv Worship
भरता है मेला
पुराणों के अनुसार कपिल मुनि के द्वारा भगवान राम के वंशज महाराज सगर के पुत्रों को श्राप दिया गया था जिनसे उनके सारे 1000 पुत्र भस्म हो गए थे। उनकी आत्माओं के उद्धार करने व श्राप से मुक्ति दिलाने (शांति प्रदान करने के लिए) बाद में भागीरथ द्वारा कठोर तपस्या कर मां गंगा को स्वर्ग से धरती पर लाने का कार्य किया गया था। श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर आसपास के श्रदालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र है। दिनारा का प्रसिध्द मेला भी श्री गुप्तेश्वर महादेव मेला के नाम से जाना जाता है।

ट्रेंडिंग वीडियो