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छज्जे पर चढ़ा छात्र जोर-जोर से चिल्ला रहा था। मार्कशीट नहीं मिलने के कारण पीजी में एडमिशन नहीं ले पा रहा है। अधिकारी दो महीने से चक्कर लगवा रहे हैं, घरवाले विश्वास नहीं कर रहे हैं। इससे अच्छा है यहीं कूद जाऊं। इसके बाद उसे जैसे-तैसे साथी छात्रों ने समझाने के बाद उसे ऊपर खींच लिया। बाद में छात्र ने बताया कि भितरवार के गोङ्क्षहदा गांव का रहने वाला है और बीएससी की परीक्षा दी थी,पांचवे सेमेस्टर में एटीकेटी थी और बिना छठवे सेमेस्टर में विदहैल्ड कर दिया है। 11 जुलाई से मार्कशीट के लिए चक्कर लगा रहा है।
छज्जे पर चढ़ा छात्र जोर-जोर से चिल्ला रहा था। मार्कशीट नहीं मिलने के कारण पीजी में एडमिशन नहीं ले पा रहा है। अधिकारी दो महीने से चक्कर लगवा रहे हैं, घरवाले विश्वास नहीं कर रहे हैं। इससे अच्छा है यहीं कूद जाऊं। इसके बाद उसे जैसे-तैसे साथी छात्रों ने समझाने के बाद उसे ऊपर खींच लिया। बाद में छात्र ने बताया कि भितरवार के गोङ्क्षहदा गांव का रहने वाला है और बीएससी की परीक्षा दी थी,पांचवे सेमेस्टर में एटीकेटी थी और बिना छठवे सेमेस्टर में विदहैल्ड कर दिया है। 11 जुलाई से मार्कशीट के लिए चक्कर लगा रहा है।
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कुलसचिव डॉ आईके मंसूरी ने छज्जे पर चढ़े छात्र को लेकर बताया कि उसकी मार्कशीट शाम तक जारी हो जाएगी, लेकिन शाम तक उसको मार्कशीट नहीं दी गई थी। देर शाम उससे कहा, बुधवार दिन में ले जाना।
कुलसचिव डॉ आईके मंसूरी ने छज्जे पर चढ़े छात्र को लेकर बताया कि उसकी मार्कशीट शाम तक जारी हो जाएगी, लेकिन शाम तक उसको मार्कशीट नहीं दी गई थी। देर शाम उससे कहा, बुधवार दिन में ले जाना।
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नागपुर की माइक्रो प्रो कंपनी की लापरवाही का खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं। त्रुटियों के कारण 12 हजार छात्रों को विदहैल्ड की श्रेणी में रखा गया है। गोपनीय विभाग में परिणाम सुधार के रोज 250 आवेदन आ रहे हैं।
नागपुर की माइक्रो प्रो कंपनी की लापरवाही का खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं। त्रुटियों के कारण 12 हजार छात्रों को विदहैल्ड की श्रेणी में रखा गया है। गोपनीय विभाग में परिणाम सुधार के रोज 250 आवेदन आ रहे हैं।