
ग्वालियर. बच्चों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाले एक प्राचार्य ने ही एक छात्रा से चीटिंग कर दी। मामला ग्वालियर का है जहां प्राचार्य ने छात्रा को मिलने वाली स्कॉलरशिप को गलत तरीके से अपने ही बेटे के खाते में ट्रांसफर करा लिए। दो साल तक जब छात्रा को छात्रवृत्ति नहीं मिली तो छात्रा स्कूल पहुंची और प्राचार्य से जानकारी मांगी। लेकिन तब तक चीटिंग करने वाले प्राचार्य का ट्रांसफर हो चुका था। जिसके बाद छात्रा ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है।
टीचर ने की चीटिंग
मामला ग्वालियर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है जहां किला गेट इलाके की रहने वाली अंजलि वर्मा पढ़ाई करती थी। अंजलि ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि उसने 2018-19 में 11वीं की परीक्षा पास की थी। लेकिन उस साल उसे स्कॉलरशिप नहीं मिली। जब उसने तत्कालीन प्राचार्य प्रवीणचन्द गुप्ता को स्कॉलरशिप न मिलने के बारे में बताया तो उन्होंने खाते की डिटेल मांगी जिस पर छात्रा अंजलि न पिता के बैंक अकाउंट की सारी डिटेल प्राचार्य को दे दी। लेकिन फिर भी अंजलि की स्कॉलरशिप नहीं आई। दो साल तक जब अंजलि को स्कॉलरशिप नहीं मिली तो वो बीते दिनों फिर से स्कूल पहुंची। लेकिन तब तक प्राचार्य बदल चुके थे जिन्होंने अंजलि की बात सुन रिकॉर्ड चेक किया तो पाया कि स्कॉलरशिप खाते में बराबर जमा हो रही है। इस पर छात्रा ने उस बैंक अकाउंट की जानकारी प्राचार्य से ले ली जिसमें स्कॉलरशिप जमा हो रही थी।
प्राचार्य के बेटे के खाते में जमा हो रही थी स्कॉलरशिप
अंजलि खाता नंबर लेकर पिता के साथ बैंक पहुंची तो पता चला कि जिस बैंक अकाउंट में छात्रवृत्ति जमा हो रही है वो तत्कालीन प्राचार्य प्रवीणचंद्र के बेटे का है। दो साल में करीब 5400 रुपए छात्रवृत्ति गलत तरीके से प्राचार्य ने अपने बेटे के खाते में जमा कराई है। छात्रा ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। जिसके आधार पर पुलिस ने मामला जांच में ले लिया है।
Published on:
08 Apr 2022 06:25 pm
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