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जैसे ही पानी छोडऩे की सूचना किसानों को मिली उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वहीं पर्याप्त पानी नहीं होने की वजह से बीच में नहर के बंद होने का डर भी अब खत्म हो गया है। दरअसल धान को तीन बार पानी लगता है। वर्तमान में हरसी बांध 42 फीसदी खाली है। अभी डैम में 112 एमसीएम पानी भरा है। हालांकि दो बार बांध में पानी पर्याप्त नहीं होने के कारण जल संसाधन विभाग ने हाथ खींच लिए थे। मंगलवार को किसानों की मांग पर यह निर्णय लिया गया है7 वर्तमान में हरसी बांध में 112 एमसीएम पानी भरा है।
जैसे ही पानी छोडऩे की सूचना किसानों को मिली उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वहीं पर्याप्त पानी नहीं होने की वजह से बीच में नहर के बंद होने का डर भी अब खत्म हो गया है। दरअसल धान को तीन बार पानी लगता है। वर्तमान में हरसी बांध 42 फीसदी खाली है। अभी डैम में 112 एमसीएम पानी भरा है। हालांकि दो बार बांध में पानी पर्याप्त नहीं होने के कारण जल संसाधन विभाग ने हाथ खींच लिए थे। मंगलवार को किसानों की मांग पर यह निर्णय लिया गया है7 वर्तमान में हरसी बांध में 112 एमसीएम पानी भरा है।
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जबकि बांध की क्षमता 192.92 एमसीएम है। बांध से पानी नहीं छोड़े जाने और मौसम की बेरुखी की वजह से धान रोपाई कार्य प्रभावित है। 31 जुलाई को बांध से पानी छोड़े की बात सुनकर किसान खुश हैं। अभी तक डबरा ब्लॉक में 8 हजार हेक्टेयर रकबे में धान रोपाई हो चुकी है। हालांकि कई किसानों ने पलेवा कर खेत तैयार कर लिए हैं और बारिश के इंतजार में है, ताकि बारिश होने पर वे धान की रोपाई कर सकेें। डबरा ब्लॉक में अभी तक 304 एमएम बारिश हुई है।
जबकि बांध की क्षमता 192.92 एमसीएम है। बांध से पानी नहीं छोड़े जाने और मौसम की बेरुखी की वजह से धान रोपाई कार्य प्रभावित है। 31 जुलाई को बांध से पानी छोड़े की बात सुनकर किसान खुश हैं। अभी तक डबरा ब्लॉक में 8 हजार हेक्टेयर रकबे में धान रोपाई हो चुकी है। हालांकि कई किसानों ने पलेवा कर खेत तैयार कर लिए हैं और बारिश के इंतजार में है, ताकि बारिश होने पर वे धान की रोपाई कर सकेें। डबरा ब्लॉक में अभी तक 304 एमएम बारिश हुई है।
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300 क्यूसेक छोड़ा गया पानी
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि ग्वालियर में कलेक्टर के समक्ष हुई बैठक में बांध से पानी छोड़े जाने का निर्णय हुआ है। सुबह 11 बजे शुरूआत में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और हर एक घंटे में 100-100 क्यूसेक पानी की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
300 क्यूसेक छोड़ा गया पानी
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि ग्वालियर में कलेक्टर के समक्ष हुई बैठक में बांध से पानी छोड़े जाने का निर्णय हुआ है। सुबह 11 बजे शुरूआत में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और हर एक घंटे में 100-100 क्यूसेक पानी की क्षमता बढ़ाई जाएगी।