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Symptoms of Diabetes : सुबह-सुबह दिखने वाले ये 5 लक्षण हो सकते हैं डायबिटीज का इशारा

Symptoms of Diabetes : खाली पेट दिखाई देने वाले ये संकेत नजरअंदाज न करें। ये लक्षण डायबिटीज का इशारा हो सकते हैं। शुरुआती चरणों में लक्षण हल्के हो सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत बहुत धीरे-धीरे होती है।

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भारत

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Manoj Vashisth

Sep 11, 2025

Symptoms of Diabetes

Symptoms of Diabetes : सुबह-सुबह दिखने वाले ये 5 लक्षण हो सकते हैं डायबिटीज का इशारा (फोटो सोर्स : Freepik)

Symptoms of Diabetes : डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है और अगर आपको यह हो गई है तो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल और नियमित रूप से मॉनिटर करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह लक्ष्य के भीतर है। विशेषज्ञों के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत बहुत धीरे-धीरे होती है, और शुरुआती चरणों में लक्षण हल्के हो सकते हैं। कई लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह बीमारी है।

विशेष रूप से कुछ चेतावनी के संकेत सुबह के समय साफ दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को समझने से इस स्थिति का जल्द पता लगाने और प्रबंधन में मदद मिल सकती है। यहां डायबिटीज के कुछ सुबह-विशिष्ट चेतावनी संकेत दिए गए हैं जिन्हें आपको गंभीरता से लेना चाहिए:

प्यास का बढ़ना

जब आप उठते हैं और बहुत प्यास लगती है, तो कभी-कभी यह ठीक है। हालांकि, डॉक्टरों के अनुसार, अगर यह बार-बार होता है और आपको सामान्य से ज्यादा प्यास लगती है तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है जिसकी पूरी तरह से जांच करवानी चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड से अतिरिक्त शुगर को निकालने के लिए बार-बार पेशाब आने से शरीर में अतिरिक्त पानी की कमी हो सकती है, जिससे निर्जलीकरण हो सकता है।

सुबह का हाइपरग्लाइसीमिया

सुबह का हाइपरग्लाइसीमिया, जिसे डॉन फेनोमेनन भी कहा जाता है, तब होता है जब सुबह के शुरुआती घंटों में आमतौर पर सुबह 4 से 8 बजे के बीच आपके ब्लड शुगर का स्तर काफी बढ़ जाता है।

डॉक्टरों का कहना है कि यह आपके शरीर की प्राकृतिक सर्कैडियन लय के कारण होता है जो ग्लूकोज और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन के उत्पादन को बढ़ा देती है। ये इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनते हैं जिससे जागने पर ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है।

जब आपका ब्लड शुगर लेवल हाई होता है तो आपकी किडनीअतिरिक्त शुगर को छानकर बाहर निकाल देते हैं। इससे व्यक्ति को पेशाब करने की जरूरत पड़ सकती है खासकर सुबह के समय।

मुंह में सूखापन

अगर आप सूखे मुंह के साथ उठते हैं तो यह डायबिटीज का एक संभावित संकेत भी हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि हाई ब्लड शुगर का स्तर निर्जलीकरण का कारण बनता है, क्योंकि आपका शरीर अतिरिक्त ग्लूकोज को बाहर निकालने के लिए अधिक तरल पदार्थों का उपयोग करता है। इसके परिणामस्वरूप मुंह सूख जाता है, जिसे आप विशेष रूप से सुबह के समय महसूस कर सकते हैं।

धुंधली दृष्टि

अगर आप सुबह उठते हैं और साफ नहीं देख पाते हैं, तो डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा ब्लड में मौजूद अतिरिक्त शुगर के कारण हो सकता है जो आंखों की छोटी ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाती है, जिससे धुंधली दृष्टि होती है। यह एक या दोनों आंखों में होता है।

हाई ब्लड शुगर लेवल आंखों के लेंस में सूजन का कारण भी बनता है जिससे धुंधली दृष्टि होती है लेकिन ब्लड शुगर का स्तर कम होने पर इसमें सुधार होने की उम्मीद होती है। अगर डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति बिना इलाज के रहता है, तो इन ब्लड वेसल्स को होने वाला नुकसान और भी गंभीर हो सकता है और आखों की रोशनी भी जा सकती है.

हाथों और पैरों में झुनझुनी और सुन्नता

हाई ब्लड शुगर का लेवल ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है और इस प्रकार आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी नसें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों मे इससे हाथों और पैरों में दर्द या झुनझुनी या सुन्नता की अनुभूति होती है खासकर सुबह के समय इस स्थिति को न्यूरोपैथी कहा जाता है।

अगर कोई व्यक्ति अपनी डायबिटीज का इलाज नहीं करवाता है, तो यह स्थिति समय के साथ बिगड़ती जाती है और अधिक गंभीर जटिलताओं का कारण बनती है।

जल्दी इलाज का क्या महत्व है?

डॉक्टरों का कहना है कि टाइप 2 डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों को पहचानना जरूरी है, जिससे आपको जल्दी इलाज मिल सकता है। उचित इलाज, लाइफ स्टाइल में बदलाव और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने से आपके स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और जानलेवा जटिलताओं का जोखिम कम हो सकता है।

हाई ब्लड शुगर के साइड इफेक्ट्स

हृदय रोग
स्ट्रोक
तंत्रिका क्षति
पैरों की समस्याएं
किडनी की बीमारी
नेत्र रोग या आखों की रोशनी जा सकती है
यौन रोग

डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।