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Colorectal Cancer: वैज्ञानिकों ने शोध में पाया, बस इस विटामिन से कैंसर का खतरा 60 % तक कम

Colorectal Cancer: कोलोरेक्टल कैंसर, जो दुनिया में आजकल काफी तेजी से फैल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी बीमारी है और कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण भी है।

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भारत

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MEGHA ROY

Aug 23, 2025

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Scientific study on cancer prevention फोटो सोर्स – Freepik

Colorectal Cancer: आजकल कई ऐसी बीमारियां देखने को मिल रही हैं जो हर एक उम्र में नजर आती हैं और लोग अक्सर छोटी-छोटी सहारा में हो रहे बदलाव को हल्के में ले लेते हैं। जैसे कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, खासकर कोलोरेक्टल कैंसर, जो दुनिया में आजकल काफी तेजी से फैल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी बीमारी है और कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण भी है। आज की मॉडर्न लाइफस्टाइल और प्रोसेस्ड फूड खाने की आदत इस कोलोरेक्टल कैंसर को बढ़ावा दे रही है। मगर अच्छी बात यह है कि एक रिसर्च में यह सामने आया है कि अगर शरीर में विटामिन D की कमी न हो तो कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 60% तक घट सकता है।

शरीर क्यों जरूरी है विटामिन D?

विटामिन D को ‘सनशाइन विटामिन’ कहा जाता है। धूप से मिलने वाला यह पोषक तत्व शरीर की कई जरूरी प्रक्रियाओं में मदद करता है।

  • यह हड्डियों को मजबूत बनाने के अलावा ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है।
  • इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
  • आंतों की सेहत सुधारता है।
  • और सबसे खास, रिसर्च बताती है कि यह कैंसर कोशिकाओं के बेकाबू बढ़ने को रोक सकता है।

रिसर्च क्या कहती है?

अप्रैल 2025 में प्रकाशित एक विस्तृत अध्ययन में 10,000 से अधिक अध्ययनों को खंगाला गया। इनमें से चुने गए 50 अहम रिसर्च ने यह साफ किया कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन D की मात्रा कम थी, उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा कई गुना ज्यादा था।31 अध्ययनों की मेटा-एनालिसिस में पाया गया कि जिनके शरीर में विटामिन D का स्तर सबसे ज्यादा था (करीब 80 ng/mL), उनमें कैंसर का खतरा 25% कम था।वहीं, नर्सेज हेल्थ स्टडी में सामने आया कि जिन महिलाओं ने पर्याप्त मात्रा में विटामिन D लिया, उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का रिस्क 58% तक कम था।

सप्लीमेंट लेना चाहिए या नहीं?

  • हर किसी को खुद से सप्लीमेंट लेना शुरू नहीं करना चाहिए।
  • सबसे पहले ब्लड टेस्ट करवाकर यह पता करना ज़रूरी है कि शरीर में विटामिन D का स्तर कितना है।
  • अगर कमी है, तो डॉक्टर से पूछकर सही मात्रा में सप्लीमेंट या फिर आहार से इसे पूरा किया जा सकता है।
  • विटामिन D के लिए धूप सबसे अच्छा स्त्रोत है, इसके अलावा दूध, दही, अंडे की जर्दी, मछली और फोर्टिफाइड फूड्स भी मददगार होते हैं।

किन लोगों को ज्यादा खतरा है?

विटामिन D की कमी के अलावा कुछ और वजहें भी कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ा सकती हैं, जैसे –

  • बढ़ती उम्र
  • शारीरिक निष्क्रियता (कम व्यायाम करना)
  • मोटापा
  • कम फाइबर और ज्यादा प्रोसेस्ड मीट वाला आहार

अगर इन फैक्टर्स पर ध्यान दिया जाए और विटामिन D का स्तर सही रखा जाए, तो कैंसर का रिस्क काफी हद तक कम किया जा सकता है।