
Heart Attack Symptom Sweating प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो क्रेडिट- पत्रिका)
Heart Attack Symptom Sweating: अक्सर महिलाओं को लगता है कि दिल की बीमारी यानी हार्ट अटैक (Heart Attack) जैसी समस्याएं पुरुषों को ज्यादा होती हैं, लेकिन सच्चाई इसके उलट है। खासकर 40 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं में हार्ट डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। इसकी एक बड़ी वजह है मेनोपॉज की शुरुआत, जिससे शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है। यह हार्मोन दिल को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। लेकिन जब इसका स्तर घटने लगता है तो महिलाओं की दिल से जुड़ी सुरक्षा भी कमजोर हो जाती है।
इसके साथ ही तनाव, डिप्रेशन, अनियमित दिनचर्या, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और गलत खानपान जैसी आदतें इस खतरे को और बढ़ा देती हैं। कई बार महिलाएं अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देतीं और शरीर के संकेतों को मामूली समझकर अनदेखा कर देती हैं। लेकिन अगर समय रहते जरूरी जांच और सावधानी न बरती जाए तो यह खतरा जानलेवा भी बन सकता है।
अगर आपको रोजमर्रा के छोटे कामों में भी सांस फूलने लगे या बिना वजह पसीना आ रहा हो तो यह सामान्य नहीं है। कुछ अन्य लक्षणों पर भी आपको तुरंत ध्यान देना चाहिए।
1. छाती में दर्द या भारीपन महसूस होना
2. गर्दन, कंधे, जबड़े या बांह में असहजता या खिंचाव
3. बिना मेहनत के सांस फूलना या सीने में कसाव
4. चक्कर आना, जी मिचलाना या बेहोशी जैसा महसूस होना
5. ज्यादा पसीना आना, खासकर आराम की स्थिति में
6. थकान या कमजोरी जो आराम करने के बाद भी ठीक न हो
7. रात में बार-बार नींद खुलना या नींद न आना
8. पैरों या टखनों में सूजन
9. धड़कन तेज या अनियमित होना
ये सभी संकेत हार्ट डिजीज (Heart Attack) की ओर इशारा कर सकते हैं। खास बात यह है कि महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग और हल्के हो सकते हैं, इसलिए इनका समय पर पता लगना थोड़ा मुश्किल होता है।
1. वजन नियंत्रित रखें
मोटापा दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है। वजन घटाने से ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी समस्याएं भी कंट्रोल में रहती हैं।
2. रोजाना व्यायाम जरूरी है
घर के काम से शारीरिक गतिविधि पूरी नहीं होती। रोज कम से कम 30 मिनट चलना, योग करना या हल्का व्यायाम बेहद जरूरी है।
3. संतुलित आहार लें
मोटा अनाज, ताजे फल, हरी सब्जियां और फाइबर युक्त चीजें खाएं। तला-भुना, प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा नमक से परहेज करें।
4. तनाव से दूरी बनाएं
तनाव और डिप्रेशन भी दिल की सेहत को बिगाड़ सकते हैं। अपनी हॉबी को समय दें, मेडिटेशन करें और खुद के लिए वक्त निकालें।
5. नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं
40 की उम्र के बाद साल में एक बार दिल से जुड़ी जांच जैसे ईसीजी, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच जरूर कराएं।
Published on:
25 May 2025 03:20 pm
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