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ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि

locationइंदौरPublished: Aug 26, 2019 10:02:17 am

दो दिनी ज्योतिष वास्तु सम्मेलन- नृसिंह वाटिका में आज होगा समापन

ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि

ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि

इंदौर. आजकल भारतीय ज्योतिष द्वारा भविष्यफल के जानने के वास्ते जन्मकुंडली कुछ लोगों के पास नहीं हैं या पूर्ण नहीं हैं। जिनके पास हैं भी तो पूर्ण रूप से नहीं हैं। इससे उनका फलादेश पूर्ण तथा सही घटित नहीं होता। इस कारण प्रश्नकर्ता पूर्ण मानसिक रूप से संतुष्ट नहीं होता और न ही उसे इच्छित लाभ प्राप्त होता है।
ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि
उक्त विचार मां भुवनेश्वरी ज्योतिष वास्तु कर्मकांड शोध संस्थान द्वारा आयोजित दो दिनी अंतरराष्ट्रीय ज्योतिषी वास्तु महासम्मेलन में को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किए। नृसिंह वाटिका में आयोजित इस सम्मलेन के शुरुआत में ज्योतिषियों ने एक दूसरे के हाथ भी देखें, वहीं जिज्ञासाओं को भी शांत किया। ज्योतिषी सम्मेलन में सभी ज्योतिषियों व पंडितों को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ की शपथ भी दिलाई गई। महासम्मेलन की शुरूआत रविवार को नृसिंह वाटिका में मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। दीप प्रज्जवलन के पश्चात सभी ज्योतिषाचार्यों ने अपने-अपने विचार रखे साथ ही मानव जीवन पर ग्रहों के प्रभाव पर भी खुल के चर्चा की।
ज्योतिषियों का हुआ सम्मान

ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि
नृसिंह वाटिका में आयोजित दो दिनी ज्योतिषी वास्तु महासम्मेलन में देवास, भोपाल, उज्जैन, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, पूणे, उदयपुर, जोधपुर, देवास, रतलाम सहित स्थानीय ज्योतिषियों का सम्मान भी मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया।
सम्मान समारोह भी

सोमवार सुबह 11 बजे से कार्यक्रम की शुरूआत होगी। इसके बाद सभी ज्योतिषियों द्वारा चर्चा का दौर जारी रहेगा। वहीं शाम को प्रदेश भर से आए ज्योतिषाचार्यों का सम्मान समारोह के पश्चात इस दो दिन ज्योतिषी सम्मेलन का समापन होगा।
ज्योतिषियों ने देखी हाथ की रेखाएं, बोले- जन्मकुंडली के बिना नहीं मिलती मानसिक संतुष्टि
पुस्तक का विमोचन

नृसिंह वाटिका में ज्योतिष और वास्तुविद् सम्मेलन में एक्सपट्र्स ने अपने क्षेत्रों की जानकारियां दी। युवा और नौकरीपेशा वर्ग दिनभर की व्यस्तताओं के बीच कई ऐसे आसान प्रयोग कर रहा है, जिससे जीवन में शांति और सफलता के रास्ते खुल रहे हैं। कार्यक्रम में कोलकाता से आई महिला ज्योतिष संतोष लोईया की पुस्तक ‘आप भी बन सकते हैं ज्योतिषी’ का विमोचन किया गया।
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