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murder mystery: गुमे मोबाइल ने खोली मर्डर मिस्ट्री, दोस्त ही निकले हत्यारे

locationजबलपुरPublished: Sep 29, 2020 10:36:53 am

Submitted by:

Lalit kostha

दोस्त ने ही अपने भाई के साथ मिलकर की थी ऑटो चालक की हत्या

जबलपुर। तिलवारा थाने से 700 मीटर दूर फार्म हाउस से सटे नाले में हत्या कर फेंके गए ऑटो चालक आजाद नगर सूपाताल निवासी 24 वर्षीय अरविंद झारिया मामले का सोमवार को एसपी सिद्धार्थ बहगुणा ने खुलासा किया। मृतक के गायब मोबाइल की कॉल डिटेल से राज खुला। अरविंद झारिया का दोस्त, उसका भाई व एक अन्य आरोपी निकला। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू, खून से सने कपड़े, बाइक, मोबाइल व पर्स जब्त किया। 26 सितम्बर की सुबह सात बजे अरविंद की लाश मिली थी।

गायब मोबाइल की कॉल डिटेल से खुला हत्या का राज
एसपी ने बताया कि खुलासे में एएसपी शिवेश सिंह बघेल, सीएसपी रवि चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही। गिरफ्तार आरोपियों में बड़ा पत्थर निवासी पवन पटेल, उसका भाई बादल पटेल और दोस्त क्रेशर बस्ती निवासी देवीदीन वंशकार है। कॉल डिटेल व टावर लोकेशन के आधार पर पवन पटेल का नाम सामने आया। तिलवारा टीआई सतीश पटेल की टीम पहुंची, तो वह घर में नहीं मिला। छोटे भाई बादल को हिरासत में लिया गया, तो उसने वारदात का खुलासा किया। इसके बाद पवन व देवीदीन गिरफ्तार को किया गया।

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ये बताई वजह
अरविंद झारिया ने लॉकडाउन में खुद का ऑटो बेच दिया था। चार हजार रुपए उधारी को लेकर पवन से बात की। पवन ने छोटे भाई बादल के दोस्त देवीदीन से बाइक गिरवी रखने के एवज में पैसे दिलाने की बात कही। 23 सितम्बर को अरविंद झारिया बाइक लेकर पवन के घर गया। वहां देवीदीन भी पहुंचा। पवन, बादल व देवीदीन ने अरविंद के साथ शराब पी। देवीदीन ने पैसे तीन दिन बाद देने को कहा, इसे लेकर अरविंद का पवन से विवाद हो गया। फिर खाना खाने के लिए चारों दो बाइक से तिलवारा के लिए निकले। एक बाइक एमपी 20 एमपी 6784 पर देवीदीन व बादल और दूसरी पर अरविंद व पवन थे। रास्ते में पवन व अरविंद का फिर विवाद हो गया। इसके बाद पवन ने चाकू से अरविंद के गले, माथे, सिर व कान के पास वार कर दिया।

 

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इधर, हत्या का खुलासा न होने पर ग्रामीणों में आक्रोश

शहपुरा में दो वर्षीय बच्ची के अपहरण-हत्या के मामले में पुलिस को अब तक कोई एंगल नहीं मिला। 10 दिन गुजर जाने के बावजूद आरोपियों की तलाश नहीं होने पर ग्रामीणों में आक्रोश बढऩे लगा है। 30 सितम्बर तक ग्रामीणों ने पुलिस को मोहलत दी थी। एक अक्टूबर से वे आंदोलन की तैयारी में हैं। उधर, बरगी के धादरा गांव से गायब रेयान बरकड़े के मामले में भी जांच टीम को कोई क्लू नहीं मिला। शहपुरा मामले में गठित एसआई की टीम अब वॉच एंड वेट की मुद्रा में आ गई है। साक्ष्यों पर आधारित विवेचना और निकट के लोगों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस प्रकरण के खुलासे में कुछ समय लग सकता है। जबकि बरगी के धादरा गांव से गायब रेयान के मामले में सोमवार को भी एएसपी, दोनों सीएसपी व टीआई ने गांव पहुंच कर परिजन के अलग-अलग बयान लिए। पुलिस अब बयानों की सत्यता परखने में जुटी है। रेयान 18 सितम्बर को मां-पिता के बीच से सोते समय गायब हुआ था।

 

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