
राजस्थान पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत
Ashok Gehlot Attack : राजस्थान पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भाजपा और भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कांग्रेस विधायक दल ने तय किया कि मुख्यमंत्री और मंत्री नए हैं इन्हें काम करने का अवसर देना चाहिए। पर भजनलाल सरकार विपक्ष को लगातार दबाने की कोशिश कर रही है। करीब 1 साल से अधिक बीत गया पर कांग्रेस ने कोई आंदोलन खड़ा नहीं किया सिर्फ अपनी बात मीडिया के माध्यम से कही। पर भाजपा सरकार लगातार विपक्ष को घेरे में लपेट रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, हम जनता का फायदा चाहते हैं। पक्ष-विपक्ष मिलकर काम करें, जिससे विकास में कोई कमी नहीं रहे। अब इन पर निर्भर करता है कि ये विपक्ष को कितना साथ लेकर चलते हैं। इन्होंने हमारे 6 नेताओं को सदन से निष्कासित किया। हमारे नेताओं को धरना देना पड़ा। इनका (भाजपा) व्यवहार उचित नहीं है। अनुभव की कमी है। इनका मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं है। विपक्ष अभी भी इनके साथ सहयोग करेगा।
अशोक गहलोत ने कहा कि सत्ता पक्ष को समझ नहीं आ रहा है कि हम उनका हित ही चाह रहे हैं। हम चाहते हैं सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करे। सरकार अच्छा काम करेगी तो इसका फायदा जनता को मिलेगा। हमारा ध्येय पब्लिक को फायदा मिले, उसमें कोई कॉम्प्रोमाइज न हो। विकास में कोई कमी न हो। अब यह इनके ऊपर निर्भर करता है कि ये विपक्ष को कितना साथ लेकर चलते हैं।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निष्कासन मामले को याद करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि अभी डोटासरा जी के मामले में 6 लोगों को निष्कासित किया गया था। सत्ता पक्ष ने जो व्यवहार हमारे साथ किया वह किसी भी तरह से काबिलेतारीफ नहीं है। धरना तक देना पड़ा। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि मुख्य विपक्ष कांग्रेस को धरना देना पड़ा। धरना सांकेतिक रूप से दिया गया। पर उनका जो व्यवहार था वह तारीफ के काबिल नहीं है।
अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे वक्त में भी इनके विधायक कई बार निष्कासित हुए हैं। एक दिन, दो दिन, हमने कोशिश की, बुलाकर बात करें। निष्कासन समाप्त करें। सदन में बिना विपक्ष के हाउस क्या चल सकता है? बिना विपक्ष के पक्ष क्या है? बिना विपक्ष के लोकतंत्र में पक्ष कुछ नहीं होता है। बिना विपक्ष के सदन चला दिया। अगर इनमें नैतिक साहस होता तो निष्कासन समाप्त कर अपनी बात कहते। मीडिया में खबर आने के म्याने यह नहीं होता है कि आप उसे लेकर सदन में इश्यू बना दें।
अशोक गहलोत ने कहा कि यह सब सिर्फ इसलिए हो रहा है कि ये नए हैं। अनुभव की कमी है। इनको गाइड करने वाला कोई नहीं है। इनके सलाहकार भी ऐसे ही लोग है। अशोक गहलोत ने कहा कि विपक्ष सत्ता पक्ष के साथ रचनात्मक सहयोग करेगा।
Published on:
20 Mar 2025 03:50 pm
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