मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार को लेकर कांग्रेस हलकों में भी चर्चाओं का दौर है। चर्चा इस बात की भी है कि ढाई साल इंतजार के बाद अब भी अगर मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल नहीं किया गया तो आने वाले दिनो में एक बार फिर से कहीं सत्ता और संगठन को सियासी संकट का सामना नहीं करना पड़ जाए।
पायलट कैंप की नाराजगी दूर करने की कवायद
विश्वस्त सूत्रों की माने तो एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं के भाजपा में जाने की खबरों से कांग्रेस आलाकमान चिंतित है। यही वजह है कि सचिन पायलट की नाराजगी दूर करने की कवायद अब पार्टी में उच्च स्तर पर शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि जुलाई माह में संभावित मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार को सचिन पायलट कैंप की नाराजगी दूर करने के तौर पर देखा जा रहा।
पायलट कैंप से बनेंगे चार मंत्री
जानकारों की माने तो सचिन पायलट के कैंप से जुलाई माह में संभावित मंत्रिमंडल-फेरबदल में 4 विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। सचिन पायलट स्वयं मंत्रिमंडल फेरबदल- विस्तार में शामिल होंगे या नहीं इस पर अभी संशय बना हुआ है। दऱअसल सचिन पायलट चाहते हैं कि वह अपने समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में ज्यादा से ज्यादा जगह दिला पाएं।
गहलोत-पायलट कैंप कैंप से बनेंगे 6 संसदीय सचिव
बताया जाता है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट कैंप से तकरीबन 6 संसदीय सचिव बनाए जाने की चर्चा है। इसमें दो संसदीय सचिव सचिन पायलट के और 4 संसदीय सचिव अशोक गहलोत कैंप के विधायकों में से बनेंगे। इसके अलावा बसपा से कांग्रेस में आए सभी 6 विधायकों को भी मंत्रिमंडल या संसदीय सचिव में एडजस्ट किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल नहीं होने को लेकर बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों की नाराजगी भी कई बार सामने आ चुकी है। ऐसे में आने वाले दिनों में इनकी नाराजगी और ना बढ़ जाए इसीलिए मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार में इन्हें भी संतुष्ट किया जाएगा।
कमजोर परफोर्मेंस वाले मंत्री हटेंगे, डोटासरा कैबिनेट में
चर्चा ये भी है कि मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल में कई मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है, इनमें कई कमजोर परफोर्मेंस वाले मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा राज्यमंत्री से कैबिनेट में जाएंगे। डोटासरा अभी शिक्षा के साथ-साथ पर्यटन का भी जिम्मा संभाले हुए हैं।
नामों को लेकर सरकार में मंथन
विश्व सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार में शामिल किए जाने वाले नामों को लेकर सत्ता और संगठन में उच्च स्तर पर लगातार मंथन हो रहा है। माना जा रहा है कि नामों पर चर्चा करने के लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन जून के आखिरी सप्ताह में जयपुर आकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से चर्चा करेंगे।
पायलट कैंप से इन नेताओं के नाम चर्चा में
मंत्रिंमडल विस्तार में पायलट कैंप के जिन नेताओं के नाम चर्चा में है उनमें रमेश मीणा, मुरारी मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत और बृजेंद्र ओला हैं। इसके अलावा संसदीय सचिवों के लिए मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया में से कोई संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। साथ ही वेदप्रकाश सोलंकी का नाम चर्चा में संसदीय सचिवों के लिए चर्चा में है।
गहलोत कैंप के इन नेताओं के नाम चर्चा में
वहीं दूसरी ओर मंत्रिमंडल फेरबदल में गहलोत कैंप की ओर से जो नाम चर्चा में है उनमें भरत सिंह कुंदनपुर, खिलाड़ी लाल बैरवा, जितेंद्र सिंह, जाहिदा, राजेंद्र गुढ़ा, का नाम चर्चा में है तो वहीं संसदीय सचिव के लिए सफिया जुबेर और वाजिब अली में से किसी एक को लिया जा सकता है तो वहीं प्रशांत बैरवा और जोगिंदर अवाना का नाम चर्चा में है।