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चीन से जुड़े राजस्थान के ठगों के तार, मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को फंसाते; फिर क्रिप्टोकरेंसी खरीद विदेश भेजते

Rajasthan Cyber fraud : पुलिस ने 5 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का खुलासा करते हुए बैंक अकाउंट उपलब्ध करवाने वाले 4 ठगों को गिरफ्तार किया है।

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पुलिस की गिरफ्त में चार साइबर ठग। फोटो: पत्रिका

Cyber fraud In Rajasthan: जयपुर। श्याम नगर थाना पुलिस ने 5 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का खुलासा करते हुए बैंक अकाउंट उपलब्ध करवाने वाले 4 ठगों को गिरफ्तार किया है। इसमें गिरोह के दो सदस्य, बैंक खाता किराए पर देने वाले दो व्यक्ति शामिल हैं।

पुलिस ने उनके पास से 7 लाख 70 हजार रुपए, तीन पास बुक, 23 चैक बुक, 6 एटीएम किट, 28 एटीएम कार्ड, 10 सिम, 4 फर्जी दस्तावेज (किरायानामा) तथा अन्य सामान बरामद किया है।

डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मोहनगढ़ जैसलमेर निवासी सदासुख विश्नोई (21), शाहपुरा जयपुर निवासी अंकू चंदोलिया (23), कमल कुमावत (21) और कमलेश वर्मा (20) हैं।

यूएसडीटी खरीदकर चीन भेजता गैंग का सरगना

एडिशनल डीसीपी ललित किशोर शर्मा ने बताया कि आरोपी राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, झारखण्ड आदि राज्यों से ऑनलाइन ठगी करने वालों को बैंक खाता उपलब्ध करवाते थे। गैंग का सरगना सुनील जाखड़ नकद राशि से यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) खरीदकर चीन भेजता था।

साइबर ठगी की राशि को ऐसे व्हाइट मनी में बदलते

पुलिस ने उसके पास से एक ही फ्लैट के चार फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। फर्जी दस्तावेज के आधार पर गैंग ने प्रैक्सिज आर्टिफिशियल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई। कंपनी के जरिये साइबर ठगी से प्राप्त राशि को व्हाइट मनी में बदला जाना था। गैंग के खिलाफ विभिन्न राज्यों में साइबर पोर्टल पर 19 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।

चीन के कॉल सेंटर से भारत में ठगी

थानाप्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि चीन के कॉल सेंटर से भारत में ठगी की जा रही थी। चीन के इन कॉल सेंटर्स को साइबर ठग बैंक खाते उपलब्ध करवा रहे थे। विदेशी कॉल सेंटर्स ने सोशल मीडिया के जरिए बड़ी संख्या में इन्वेस्टमेंट ग्रुप बना रखे थे जो भारतीयों को लिंक भेजकर इन ग्रुपों में जोड़ लेते थे। शेयर बाजार, प्रॉपर्टी आदि में मुनाफा कमाने का लालच देकर इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहते। इस पर झांसे में आए लोग बैंक खाते में राशि शिफ्ट कर देते थे।