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Jaipur: नीरजा मोदी स्कूल में मासूम की मौत, बच्ची के घर पहुंचे मंत्री दिलावर, बोले- दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में 9 वर्षीय छात्रा अमायरा की मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। सरकार ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी है।

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Madan Dilawar
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परिजनों से मुलाकात करते शिक्षा मंत्री। फोटो- पत्रिका

जयपुर। मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल में शनिवार दोपहर 9 वर्षीय छात्रा अमायरा स्कूल की चौथी मंजिल से कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले ने पूरे शहर को हिला दिया। वहीं राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने रविवार को छात्रा के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और कहा कि तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों से मिले शिक्षा मंत्री

मंत्री मदन दिलावर रविवार को मुरलीपुरा स्थित अमायरा के निवास पर पहुंचे। उन्होंने बालिका को श्रद्धासुमन अर्पित किए और शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस बच्ची की मृत्यु हुई है, उसके माता-पिता गहरे सदमे में हैं। अभी वे बोलने की स्थिति में नहीं हैं। उनके रिश्तेदारों से बातचीत हुई है और उन्होंने जो पहलू बताए हैं, उन पर गंभीरता से जांच होगी।

पांच सदस्यीय जांच समिति गठित

मदन दिलावर ने बताया कि इस प्रकरण की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है, जो शीघ्र अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि हमने सीबीएसई अधिकारियों से भी बात की है। वे भी अपनी जांच करेंगे। तथ्यों के आधार पर आगे का निर्णय सरकार करेगी।

मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मामले में पुलिस जांच के साथ-साथ विभागीय जांच भी होगी। उन्होंने कहा कि हम सीबीएसई अधिकारियों को बुला चुके हैं। यह सच है कि हम स्कूलों को एनओसी जारी करते हैं। यदि किसी भी स्तर पर नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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घटना के हालात बने सवालिया

शनिवार दोपहर करीब 1 बजे यह दर्दनाक हादसा हुआ। चौथी कक्षा में पढ़ने वाली 9 वर्षीय अमायरा स्कूल की चौथी मंजिल से कूद गई। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने कथित तौर पर घटनास्थल की सफाई करवा दी और खून के धब्बे मिटा दिए, जबकि कानूनन ऐसे मामलों में सबूतों को सुरक्षित रखना आवश्यक होता है। इससे स्कूल प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस अब इस पहलू की भी जांच कर रही है कि इतनी जल्दबाजी में सफाई क्यों कराई गई।