जयपुरPublished: Sep 23, 2017 11:44:17 pm
vinod sharma
बंजर पड़ी मालागिरी पर्वत शृंखला पर लगाए 8000 पौधे, पहाड़ पर लाए हरियाली, बांडी नदी को जिंदा करने की जिद, समर्पण को देख परिवार सहित जुड़ गए 150 लोग
पहले मुश्किल लगा, फिर मिलाए हाथ….
मुहिम तो छेड़ दी, लेकिन पौधे कहां से आएं। फिर उन्हें पहाड़ पर कैसे पहुंचाएं। उनमें पानी कौन डाले। इसके लिए जाट ने अपसी सहयोगी संस्था और गांव के लोगों से मदद मांगी। लोगों ने सुना और समझा, लेकिन किसी को भी ये काम आसान नहीं लगा। ऐसे में जाट ने मालागिरी पर्वत से जुड़े गांवों में यात्रा निकाली। यात्रा पांच दिन चली। इसका नतीजा यह रहा कि उनके साथ हजारों हाथ जुड़ गए। भामाशाहों ने थोर, बरगद और पीपल के महंगे पौधे उपलब्ध करवाए, तो ग्रामीणों ने उन्हें रोपने में मदद की। औ