
राजस्थान में रिश्वतखोरी के आरोपी की पहचान अब नहीं होगी उजागर
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में कार्यवाहक डीजी के पद पर हेमंत प्रियदर्शी को लगाया गया है। पद संभालते ही डीजी ने एक आदेश जारी किया, जो चर्चा का विषय बन गया। डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने आदेश जारी किया कि ट्रेपशुदा आरोपी, संदिग्ध का नाम व फोटो सार्वजनिक नहीं करे। यह आदेश सभी एसीबी के सभी चौकी व यूनिट प्रभारी को जारी किए गए।
आदेश के अनुसार ब्यूरो टीम द्वारा की गई कार्यवाही के पश्चात जब तक प्रकरण, आरोपी का न्यायालय द्वारा दोष सिद्ध नहीं हो जाता तब तक आरोपी का नाम, फोटो मीडिया या अन्य किसी व्यक्ति , विभाग में सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। आरोपी जिस विभाग में कार्यरत है। उसका नाम व आरोपी के पदनाम की सूचना मीडिया में सार्वजनिक नहीं की जाएगी। ब्यूरो की अभिरक्षा में जो भी संदिग्ध या आरोपी है। उसकी सुरक्षा और मानवाधिकार की रक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी ट्रेपकर्ता अधिकारी या अनुसंधान अधिकारी की होगी।
बता दें , डीजी बीएल सोनी के रिटायरमेंट के बाद डीजी का पद खाली पड़ा था। डीओपी की ओर से आदेश जारी कर आईपीएस हेमंत प्रियदर्शी को कार्यवाहक डीजी बनाया गया है।
Published on:
04 Jan 2023 06:24 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
