कौशाम्बी. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के जिले कौशाम्बी के करारी थानान्तर्गत मोअज्जमपुर गांव में बीजेपी कार्यकर्ता ने दलित बस्ती की ओर जाने वाली सड़क उखाड़कर कब्जा कर लिया है। इसके चलते बस्ती के 35 दलितों के घर का रास्ता बंद हो गया है।
आरोप है कि दबंग भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का नाम लेकर उन्हे धमकाता है। पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये घटना जिस गांव की है उसे डीएम ने गोद ले रखा है। दलित बस्ती की सड़क उखाड़ कर रास्ता बंद किये जाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में हडकंप मचा हुआ है।
अब अधिकारी मीडिया के सामने आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
मोअज्जमपुर गांव कौशाम्बी जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर बसा है। साल 2015 में यह उस समय खास हो गया, जब डीएम कौशाम्बी ने इसे गोद लेकर इसके कायाकल्प की पहल शुरू की।
गांव अपने बुनियादी बदलाव के दौर से गुजर ही रहा था कि तीन दिन पहले वहीं के बीजेपी कार्यकर्ता अंगद कुशवाहा पर दलितों ने आरोप लगा कर सनसनी फैला दी कि उनके घर की ओर जाने वाली सड़क को उखाड़ कर अंगद ने उसकी इंटरलाकिंग ईंट तक अपने कब्जे में ले ली है।
दलित बस्ती के लोगों ने इस घटना की लिखित शिकायत करारी पुलिस से की, पर मामला सत्ताधारी दल से जुड़ा होने के चलते पुलिस कोई ठोस कार्यवाही करने की जगह हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। नतीजतन दलित बस्ती के 35 घरों का रास्ता बंद हो गया है।
आरोप है कि दबंग भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का नाम लेकर उन्हे धमकाता है। बस्ती का रास्ता बंद कर उसकी सड़क उखाड़े जाने का मामला जब शिकायत के जरिये प्रशासनिक अफसरों तक पंहुचा तो वह हडकंप मच गया।
मामला बीजेपी के कार्यकर्ता से जुडा होने के चलते जिन अफसरों पर कार्यवाही का जिम्मा था वह फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं।
बिना कैमरे के सामने आये बड़े प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि मोअज्जमपुर गांव की दलित बस्ती की सड़क 88 मीटर 2013 में जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश कुशवाहा ने अपनी निधि से इंटर लाकिंग करा कर दलित बस्ती में जाने का रास्ता पक्का करा दिया था।
पूरा मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी एलएन खरे की जांच में मामला सही पाए जाने के बावजूद कार्यवाही के जगह आरोपी अंगद को सड़क ठीक करने के लिये महज नोटिस दिए जाने की बात कह रहे हैं। कड़ी कार्यवाही के सवाल पर अपर मुख्य अधिकारी एलएन खरे ने दावा किया कि निर्धारित समय में यदि सड़क ठीक नहीं कराई गई तो एफआईआर और रिकवरी की कार्यवाही की जाएगी।