CG News: जिला अस्पताल में जल्द ही लोगों को एक और सुविधा मिलने वाली है। यहां पर शासन की ओर से सीटी स्कैन मिल चुकी है। आगामी माह से इसकी सुविधा मरीजों को मिलने लगेगी। लंबे समय से जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। वहीं शहर के कई निजी अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा है लेकिन जांच की कीमत अधिक होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतें होती है।
अब जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा हो जाने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। जिला अस्पपताल के पुराना लैब था वहां पर सीटी स्कैन सेंटर बनाया गया है। मशीन स्टॉलेशन हो चुका है जैसे ही इसका एलोरा लाइसेंस मिलेगा, इसे प्रारंभ कर दिया जाएगा। सीटी स्कैन की स्वीकृति को लेकर काफी पत्र व्यवहार करना पड़ा।
चूंकि डिप्टी सीएम विजय शर्मा कवर्धा जिला अस्पताल की स्थिति को जानते हैं और यहां पर की जरुरत को भी, इसके चलते उन्होंने सीटी स्कैन को लेकर शासन स्तर पर काफी प्रयास किए। उनके ही प्रयास का नतीजा है कि आज कबीरधाम जिला मुयालय स्थित जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा प्रारंभ हो पा रही है।
शरीर के भीतर की जांच के लिए
सीटी स्कैन मतलब कंप्यूटेड टोमोग्राफी जिसे कंप्यूटरीकृत एक्स-रे इमेजिंग भी कहा जाता है। शरीर के भीतर के जो समस्या जो सामान्य रुप से जांच में या एक्स-रे से पता नहीं चलता उसके लिए मुयत: सीटी स्कैन का उपयोग किया जाता है। इससे अंदरुनी समस्याआें का पता चलता है।
3 डी छवि बनाता है…
सिविल सर्जन डॉ. केशव ध्रुव ने बताया कि सीटी स्कैन में एक्स-रे की एक संकीर्ण किरण को शरीर के चारों ओर घुमाया जाता है। इससे शरीर के अंदर की क्रॉस सेक्शनल तस्वीरें बनती हैं। इन तस्वीरों को टोमोग्राफिक इमेज कहा जाता है। कई क्रमिक स्लाइस को एक साथ जोड़कर रोगी की 3डी छवि बनाई जा सकती है।
दूसरी ओर जिले के दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस की सौगात मिल रही है। एंबुलेंस दिल्ली से रवाना हो चुका है। दो दिनों के भीतर जिला मुयालय पहुंचेगा। यहां से दोनों एंबुलेंस को रेंगाखारकला औैर तरेगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रवाना किया जाएगा। रेंगाखारकला प्राथमिक स्वास्थ्य को मिलने वाले एंबुलेंस से झलमला और चिल्फी तक के मरीजों को लाना-ले जाने का कार्य किया जाएगा।
वहीं तरेगांव जंगल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एंबुलेंस से बैजलपुर और दलदली तक मरीजों को लाभ मिलेगा। एबुंलेंस की सुविधा होना भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। इसके अभाव में ही मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता। मुय रुप से गर्भवती महिलाओं और सर्पदंश से पीड़ित मरीजों को इस सुविधा की अधिक आवश्यकता थी।
शहर के निजी अस्पतालों में सीटी स्कैन कराए जाने की कीमत 2000 रुपए से प्रारंभ है। जांच के अनुरुप इसकी कीमत अलग-अलग है। छ हजार रुपए तक सीटी स्कैन में जांच होती है। एक सामान्य परिवार के लोगों के लिए यह कीमत अधिक है। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा प्रारंभ होगी तो इसकी जांच कीमत 500 से 700 रुपए तक रह सकती है। हालांकि जांच की कीमत जनभागीदारी समिति की बैठक में तय की जाएगी, लेकिन निजी अस्पताल से30 से 40 फीसदी कम ही रहेगा। इससे लोगों पर आर्थिक बोझ भी कम होगा।
यह जांच हो सकेंगे
सीटी स्कैन से शरीर के अंगों, हड्डियों, रक्त वाहिकाओं और नरम ऊतकों की तस्वीरें बनती है। सीटी स्कैन से कई प्रकार की जांच की जा सकती है। जैसे पेट का सीटी स्कैन, ऑर्बिट सीटी स्कैन, फेफड़े का सीटी स्कैन किया जा सकता है। सीटी स्कैन से बीमारी, आघात या असामान्यता का पता चलता है। सीटी स्कैन से चिकित्सा की योजना बनाने, मार्गदर्शन करने और निगरानी करने में मदद मिलती है।
Published on:
23 Jun 2025 01:50 pm