
कोरबा. BJP leader slaps case: कोसाबाड़ी स्थित एक अस्पताल में मरीज के इलाज को लेकर हुए आपसी विवाद में भाजपा नेता ने अस्पताल के स्टाफ को थप्पड़ (BJP leader slaps case) जड़ दिया। घटना का यह वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत की है। पुलिस ने एक-दूसरे की रिपोर्ट पर दोनों पक्षों पर केस दर्ज किया है। इसकी जांच कर रही है।
कोसाबाड़ी के पास स्थित जेपी सर्जिकल प्राइवेट हास्पिटल में कुसमुंडा क्षेत्र से एक महिला मरीज को पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती किया गया था। अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि मरीज का ऑपरेशन करना होगा, इसके लिए 30 हजार रुपए की जरूरत होगी। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को 30 हजार रुपए दोपहर 1 बजे जमा कर दिया।
फिर दोपहर एक बजे अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि मरीज की हालत बहुत खराब है, उसे बाहर रेफर करना पड़ेगा। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को डिस्चार्ज कर दिया। परिजनों की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई, मगर अस्पताल प्रबंधन ने शाम 5 बजे तक हास्पिटल में ही रोककर रखा।
इस बीच मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि उन्होंने ऑपरेशन के लिए जो 30 हजार रुपए जमा किए थे, उसे प्रबंधन लौटा दे। प्रबंधन ने तुरंत पैसा देने का वादा किया लेकिन पैसा लौटाने के बजाय स्टाफ दूसरे काम में व्यस्त हो गए।
रुपए तत्काल न लौटाने की बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और मरीज के परिजन ने अपने पड़ोसी भाजपा नेता मनीष मिश्रा को कुसमुंडा से अस्पताल बुलाया। मनीष बांकीमोंगरा भाजपा मंडल में महामंत्री के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने विवाद सुलझाने की कोशिश की लेकिन मामला नहीं सुलझा।
विवाद इतना बढ़ गया कि मनीष ने अस्पताल में कुर्सी पर बैठे एक स्टाफ को थप्पड़ जड़ (BJP leader slaps case) दिया। घटना का यह वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। इसके बाद अस्पताल परिसर में ही नोंकझोंक हुई और दोनों पक्ष ने एक-दूसरे की शिकायत लेकर सिविल लाइन थाना पहुंचे। उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
भाजपा नेता मनीष की रिपोर्ट पर पुलिस ने अस्पताल के स्टाफ युगल चंद्रा पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2), 296 और 351 के तहत केस दर्ज कराया है।
इसी तरह युगल चंद्रा ने मनीष मिश्रा पर मारपीट और गाली-गलौज का आरोप लगाया है। दोनों पर पुलिस ने समान धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इसकी जांच कर रही है। अस्पताल में हुई मारपीट की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इधर मामले की एक सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस की हस्तक्षेप के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीज के परिजन को 20 हजार रुपए लौटाया। विवाद तब हुआ जब प्रबंधन ने 30 हजार रुपए लौटाने का आश्वासन देकर साढ़े 4 हजार रुपए की और मांग की।
Updated on:
03 Aug 2024 11:02 am
Published on:
02 Aug 2024 07:17 pm
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