
कोटा . रणथम्भौर व सरिस्का की तरह जल्द ही मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व फाउण्डेशन का गठन किया जाएगा। सरकार से इसकी स्वीकृति मिल गई है। अब फाउण्डेशन की रूपरेखा तैयार कर इसका संविधान बनाया जाएगा। इसके बाद पंजीकरण कराया जाएगा।असल में टाइगर रिजर्व में आवश्यकता पडऩे पर विकास कार्य कराने के लिए फाउण्डेशन का गठन किया जाता है। रणथम्भौर व सरिस्का में ऐसे फाउण्डेशन हैं।
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तात्कालिक कामों के लिए तुरंत पैसा
फाउण्डेशन टाइगर रिजर्व के विकास कार्यों में मददगार होता है। फाण्डेशन स्थानीय कमेटी वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर स्टेट लेवल की कमेटी को भेजती है। स्टेट स्तर की कमेटी में वन मंत्री, प्रधान मुख्य वन संरक्षक व अन्य पदाधिकारी व सदस्य होते हैं। स्टेट कमेटी से स्वीकृति के बाद टाइगर रिजर्व में कार्य कराए जाते हैं।
कभी कहीं किसी बजट में देरी हो जाए और कोई कार्य आवश्यक हो तो फाउण्डेशन उन कार्यों को करवा देता है। बजट आने पर खर्च की गई राशि वापस फाउण्डेशन में जमा करा दी जाती है। इसमें वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था व अन्य कोई भी तात्कालिक रूप से जरूरी कार्य शामिल हैं।
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मुकुन्दरा हिल्स टागइर रिजर्व के उप वन संरक्षक टी-मोहन राज ने बताया कि टागइर रिजर्व के लिए फाउण्डेशन के गठन की स्वीकृति मिली है। इसका कैसा स्वरूप होगा, क्या होगा, अब इसके गठन से जुड़ी प्रक्रियाओं पर काम शुरू करेंगे।
Published on:
25 Feb 2018 07:22 pm
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