पॉलीथिंस का उपयोग इतना बढ़ गया है कि हर जगह वही नजर आती है| क्या आप जानते हैं केवल कोटा में ही रोज 75 टन प्लास्टिक का कचरा निकलता है। आज हमारी दिनचर्या का एक अहम् हिस्सा बन चुका है plastic | सुबह उठकर चाय बनाने के लिए यूज़ की गई दूध की थैली से लेकर नहाने में यूज़ किया शैम्पू पाउच हो या मार्केट से लाया गया कोई भी ग्रॉसरी आइटम हमारा जीवन प्लास्टिक के इर्द-गिर्द ही घूमता है | आज भी सब्जी लेने जाते समय अधिकांश व्यक्ति थैले नहीं ले जाते और फिर सब्जियों को polythenes में लाना एक मजबूरी बन जाता है |
Special News: घर के आंगन में लगे ये खास पौधे बदल देंगे आपकी तकदीर, जानिए, इन पौधों में हैं इन ग्रहों को काबू में करने की शक्ति हम सब जानते है की प्लास्टिक का उपयोग सेहत के लिए हानिकारक है तो भी डिस्पोजल का उपयोग किए बिना हम नहीं रह पाते है | शादी पार्टी समारोह हो या कहीं बाहर हो हम आसानी से बिना सोचे समझे डिस्पोजल आइटम्स का उपयोग करते है | जब तक हम खुद दृढ़ निश्चय होकर plastic का उपयोग बंद नहीं करेंगे कितने भी कानून आ जाए यह बंद नहीं होगा | हमें स्वयं जागरूक होकर इसे ना कहना होगा | यह हमारी आदत में शुमार हो जाना चाहिए की जब भी घर से निकले थैला साथ में हो ताकि मजबूरन भी हमे polybags का use न करना पड़े | वैसे तो सरकार भी इसके लिए उपाय करती है जैसे कि सब्जीमंडी मुख्य बाजार में carry bag वेंडिंग मशीन लगाई गई है। जिसमें 5 रुपए का coin डालने पर कपड़े के दो carry bag निकलते हैं। इससे पॉलीथिन पर अंकुश लगेगा।
Special News: इस पेड़ का पानी खून में घोल देता है जबरदस्त एनर्जी, दो घूंट हलक में उतरते ही दिखा देता है करामात…
प्लास्टिक से जुड़े कुछ तथ्य
हर साल दुनिया 500 अरब प्लास्टिक बैग का उपयोग करती है|
हर साल महासागरों में कम से कम 8 मिलियन टन प्लास्टिक फेंका जाता है|
हर मिनट इतना कचरा होता है कि एक पूरा ट्रक भर जाए ।
हम हर मिनट 1 मिलियन प्लास्टिक की बोतलें खरीदते हैं जो कि हमारे द्वारा बनाए गए प्लास्टिक waste का 10% है
प्लास्टिक से जुड़े कुछ तथ्य
हर साल दुनिया 500 अरब प्लास्टिक बैग का उपयोग करती है|
हर साल महासागरों में कम से कम 8 मिलियन टन प्लास्टिक फेंका जाता है|
हर मिनट इतना कचरा होता है कि एक पूरा ट्रक भर जाए ।
हम हर मिनट 1 मिलियन प्लास्टिक की बोतलें खरीदते हैं जो कि हमारे द्वारा बनाए गए प्लास्टिक waste का 10% है
वन विभाग शहरवासियों को बांटेगा यह खास ‘तोहफा’ यदि यह सब ऐसे ही चलता रहा तो जो स्थिति आज जीव जन्तुओ की है वो कल हमारी भी होगी | इसीलिए हमे आज ही संकल्प लेना है कि हम प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे तभी हम पर्यावरण को और आने वाले कल को सुरक्षित कर सकते है | पर्यावरण को बचाने के लिए हमसब को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे |