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Best Salt For Good Health: सादा नमक या पिंक हिमालयन सॉल्ट,कौन-सा नमक बढ़ाए सेहत और कौन-सा नुकसान पहुंचाए?

Best Salt For Good Health: हम तौर पर हम सादा नमक, जिसे टेबल सॉल्ट कहा जाता है, का उपयोग करते हैं। लेकिन नमक की इस दुनिया में एक और नाम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है हिमालयन पिंक सॉल्ट, जिसे सेंधा नमक भी कहा जाता है।आइए जानते हैं दोनों नमकों के बीच क्या अंतर है, उनके फायदे और नुकसान क्या हैं।

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भारत

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MEGHA ROY

Oct 02, 2025

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Healthiest salt to use daily|फोटो सोर्स – Patrika .com

Best Salt For Good Health: नमक को स्वाद का राजा कहा जाता है और यह लगभग हर रसोई में पाया जाता है। देखने में यह भले ही छोटा लगे, लेकिन सेहत पर इसका असर कई तरीकों से होता है। आम तौर पर हम सादा नमक, जिसे टेबल सॉल्ट कहा जाता है, का उपयोग करते हैं। लेकिन नमक की इस दुनिया में एक और नाम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है हिमालयन पिंक सॉल्ट, जिसे सेंधा नमक भी कहा जाता है।


अब सवाल यह उठता है कि रोजाना खाने में कौन-सा नमक इस्तेमाल करना बेहतर है? क्योंकि दोनों ही नमक स्वाद बढ़ाने का काम करते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से कौन-सा विकल्प ज्यादा फायदेमंद है ? आइए जानते हैं दोनों नमकों के बीच क्या अंतर है, उनके फायदे और नुकसान क्या हैं।

पिंक हिमालयन सॉल्ट

हिमालयन सॉल्ट जिसे पिंक सॉल्ट भी कहा जाता है, हिमालय की पहाड़ियों के पास मौजूद नमक की खदानों से निकाला जाता है। इसका गुलाबी रंग प्राकृतिक मिनरल्स, खासकर आयरन ऑक्साइड की वजह से होता है। यह नमक कम प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसमें मौजूद मिनरल्स जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम बरकरार रहते हैं। इसमें आयोडीन की मात्रा बहुत कम होती है, जो थायरॉइड हेल्थ के लिए जरूरी है।

फायदे

  • शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखने में सहायक
  • हाइड्रेशन में मदद करता है
  • नैचुरल और बिना केमिकल्स के

रेगुलर टेबल सॉल्ट

टेबल सॉल्ट समुद्र के पानी या खनिज स्रोतों से प्रोसेस कर के बनाया जाता है। इसे रिफाइंड किया जाता है और आयोडीन मिलाया जाता है ताकि आयोडीन डिफिशिएंसी से बचाव हो सके। इसके अलावा, इसमें एंटी-कैकिंग एजेंट मिलाए जाते हैं जिससे यह नमक गीला न हो। यह अधिक प्रोसेस्ड होता है और ज्यादा सोडियम की मात्रा से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

फायदे

  • आयोडीन की पर्याप्त मात्रा जो थायरॉइड की समस्याओं से बचाने में मदद करती है
  • आसानी से उपलब्ध और किफायती

पिंक vs. रेगुलर: मुख्य अंतर

पहलूपिंक सॉल्टरेगुलर सॉल्ट (टेबल सॉल्ट)
सोर्सहिमालय की खदानों सेसमुद्र या जमीन की खदानों से
प्रोसेसिंगकम प्रोसेस्ड, प्राकृतिक रूप मेंअधिक प्रोसेस्ड और रिफाइंड
मिनरल्सलगभग 80+ ट्रेस मिनरल्स मौजूदअधिकतर मिनरल्स प्रोसेसिंग में हट जाते हैं
आयोडीननैचुरली बहुत कम होता हैआयोडीन कृत्रिम रूप से मिलाया जाता है
स्वादसौम्य, हल्का मिट्टी जैसातीखा और ज्यादा नमकीन स्वाद
रंग व टेक्सचरगुलाबी रंग, मोटा दानासफेद रंग, महीन दाना

Pink Vs White Salt: कौन-सा नमक बढ़ाएगा सेहत?

अगर आप थायरॉइड या आयोडीन की कमी से जूझ रहे हैं, तो रेगुलर आयोडाइज्ड सॉल्ट आपके लिए जरूरी है। वहीं अगर आप नेचुरल और कम प्रोसेस्ड विकल्प चाहते हैं, और आपका आयोडीन स्तर सामान्य है, तो पिंक सॉल्ट एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

जरूरत से ज्यादा नमक नुकसानदायक है

चाहे आप कोई भी नमक लें, ध्यान रहे कि WHO और FDA के मुताबिक, एक व्यक्ति को दिनभर में 2300 mg से ज्यादा सोडियम नहीं लेना चाहिए। अधिक नमक हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और किडनी से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकता है।