
Black Pepper And Mishri Combination Health Benefits
Black Pepper Mishri Benefits: भारतीय रसोई में काली मिर्च और मिश्री दोनों का खास महत्व है। एक ओर जहां काली मिर्च(Black Pepper) को मसालों की रानी कहा जाता है, वहीं मिश्री (Sugar Candy) अपनी मिठास और आयुर्वेदिक गुणों के लिए जानी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब इन दोनों का सेवन एक साथ किया जाए, तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए किसी अमृत से कम नहीं होता? आयुर्वेद में काली मिर्च और मिश्री को मिलाकर खाने की सलाह दी जाती है, खासतौर पर सर्दियों या मौसमी संक्रमणों के दौरान। ये न सिर्फ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, बल्कि पाचन, सांस और त्वचा संबंधी समस्याओं में भी राहत देते हैं।आइए जानते हैं काली मिर्च और मिश्री साथ खाने के 7 बड़े फायदे।
काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन और मिश्री की मिठास गले को राहत देती है। यह कॉम्बिनेशन कफ को पतला कर उसे बाहर निकालने में मदद करता है। रोज सुबह इसका सेवन करने से गले में खराश और खांसी से छुटकारा मिलता है।
काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जबकि मिश्री शरीर में ऊर्जा बढ़ाती है। साथ मिलकर ये दोनों रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं और मौसमी बीमारियों से बचाते हैं।
अगर आपको गैस, अपच या पेट भारी रहने की समस्या है, तो काली मिर्च और मिश्री का सेवन बहुत फायदेमंद है। यह पाचन एंजाइम्स के स्राव को बढ़ाता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।
गर्म पानी के साथ काली मिर्च और मिश्री का सेवन टॉन्सिल, गले में सूजन या दर्द जैसी समस्याओं को दूर करता है। यह एक प्राकृतिक घरेलू नुस्खा है जो कई वर्षों से इस्तेमाल हो रहा है।
अगर आपको भूख नहीं लगती या खाने में रुचि नहीं हो रही, तो यह मिश्रण बेहद असरदार है। यह पेट की क्रियाशीलता को बढ़ाता है और भोजन के प्रति लालसा को बढ़ावा देता है।
आयुर्वेद में काली मिर्च और मिश्री को ब्रेन टॉनिक माना गया है। यह मानसिक थकान को कम करता है और स्मरण शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए लाभकारी है।
इस कॉम्बिनेशन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं और नेचुरल ग्लो लाते हैं। यह पिंपल्स और डलनेस से भी राहत दिला सकता है।
-एक चुटकी काली मिर्च पाउडर में बराबर मात्रा में मिश्री पाउडर मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
-गर्म पानी के साथ भी इसका सेवन किया जा सकता है।
-दिन में एक बार इसका नियमित रूप से सेवन करें, लेकिन ज्यादा मात्रा से बचें।
-ब्लड प्रेशर या शुगर मरीज डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।
-बच्चों को कम मात्रा में दें।
-अधिक सेवन पेट में जलन या एसिडिटी का कारण बन सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
28 Jul 2025 11:13 am
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