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Long Life Secrets: एक नियम अपनाकर जी 115 साल जिंदगी, लंबा जीना है आप भी जान लें ये बातें

Long Life Secrets: 100 साल से अधिक जीने वाली दो महिलाओं ने लंबा जीने का सीक्रेट बताया है। साथ ही डॉक्टर ने टिप्स दिया है कि कैसे लंबा जी सकते हैं।

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भारत

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Ravi Gupta

May 18, 2025

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Long Life Secrets: लंबा जीने के लिए अपनाएं ये तरीका | फोटो डिजाइन- पत्रिका

Long Life Secrets: लंबी उम्र के पीछे का राज जानने के लिए दुनियाभर में शोध चल रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, वैक्सीनेशन, एंटीबायोटिक्स और दवा - इलाज के विकास के साथ-साथ साफ-सफाई, खाने-पीने और जीने की स्थितियां बेहतर होने से औसत उम्र बढ़ी है। इसके अलावा व्यक्ति के स्वयं के जीवन जीने के तरीके भी काफी हद तक लंबी उम्र के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। जैसे एथेल कैटरहम और जीन कालमेंट ने जीवन जीने का खास फंडा अपनाया और दीघार्यु के लिए विश्व रेकॉर्ड अपने नाम किए। आइए समझते हैं उनके फार्मूले को …

जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy)

जीवन प्रत्याशा से तात्पर्य किसी व्यक्ति के जीवित रहने की औसत उम्र से है। अगर कुछ सालों के तथ्यों पर नजर डालें तो इस प्रकार से जीवन प्रत्याशा रही है और साल 2050 तक ये 77.1 वर्ष तक जाने की संभावना है।

जीवन प्रत्याशा (वर्ष)उम्र (वर्ष में)
199064.5
201972.6
205077.1 (संभावित)

दुनिया के उम्रदराज लोगों ने बताए लंबी आयु के राज

हाल में ब्रिटेन की 115 वर्षीय महिला एथेल कैटरहम को दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति का खिताब मिला है। जब एथेल से उनके लंबे जीवन का राज पूछा गया तो वह कहती हैं, मेरा एक ही नियम है, कभी किसी से बहस मत करो। इससे तनाव नहीं होगा और आप खुश रहेंगे में सुनती हूं लेकिन करती वही हूं जो मुझे पसंद है।

इस पर डॉ. सुनील सुथार वरिष्ठजन मनोरोग विशेषज्ञ, जयपुर ने समझाया है कि आखिर क्यों तनाव मुक्त जीवन लंबी आयु के लिए जरूरी है।

तनाव से बढ़ते हैं ये शारीरिक दुष्प्रभाव

  1. हृदय एवं रक्तवाहिका संबंधी विकार दीर्घकालिक तनाव के कारण कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होते हैं, जिससे उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  2. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनलः तनाव इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का प्रमुख कारण है, जिससे पाचन तंत्र की समस्याएं उत्पन्न होती हैं जैसे की पेट फूलना, गैस, कब्ज, वस्त, अपच, पेट मैं दर्द, ऐंठन इत्यादि । तनाव पेट में एसिड उत्पादन बढ़ा सकता है एवं आंतों में रक्त प्रवाह कम कर सकता है, जिससे पेप्टिक अल्सर रोग और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग की आशंका बढ़ जाती है।
  3. वजन बढ़ना तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं, जिससे भूखज्यादा लगती है एवं मेटाबोलिज्म धीमा हो जात है। अधिक चर्बी जमा होने से मोटापा बढ़ने लगता है।
  4. प्रतिरक्षा प्रणाली: तनाव से शरीर में रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं (इम्यून सेल्स) की संख्या और उनकी गतिविधि कम हो सकती है, जिससे हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने में कठिनाई होती है एवं संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। 5. डायबिटीज दीर्घकालिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन होने के कारण रक्त में शुगर का स्तर बढ़ सकता है और इंसुलिन के लिए प्रभावी ढंग से काम करना कठिन हो सकता है जिससे डायबिटीज रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।

दिमागी क्षमता को भी तनाव अवसाद, यववास्त और सामाजिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। नींद का साइकिल बिगाड़ता है न्यूरोट्रांसमीटर्स को असंतुलित करता है, स्मृति और एकाग्रता को कमजोर करता है। साथ ही व्यक्ति में चिड़चिड़ापन बढ़ता है।

क्या है खुश रहने का फार्मूला

खुशी के हार्मोन बढ़ाने के लिए इन पर गौर करें

  • व्यायाम एक्टिविटी
  • पर्याप्त नींद, आराम
  • संतुलित आहार
  • योग एवं मेडिटेशन
  • सोशल बॉन्डिंग मित्रता
  • सकारात्मक सोच
  • संगीत, कला में रुचि

फ्रांसीसी महिला का Long Life Secrets

फ्रांसीसी महिला जीन कालमेंट के नाम अभी भी दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला का रिकॉर्ड है, जिन्होंने 122 वर्ष 164 दिन तक जीवित रहने की उपलब्धि हासिल की थी। कालमेंट ने भी अपनी लंबी उम्र का क्रेडिट अपनी सक्रिय जीवनशैली, खानपान और शांत स्वभाव को ही दिया था।

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आयुर्वेदिक जीवनशैली पर भी करें गौर

डॉ. भगवान् सहाय शर्मा आयुर्वेद विशेषज्ञ नई दिल्ली के अनुसार, आयुर्वेद सिर्फ चिकित्सा नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन पद्धति है जिसमें दिनचर्या ऋतुचर्या, आहार और मानसिक संतुलन सभी को सम्मिलित किया गया है।

  1. ऊर्जा और अनुशासन से करें दिनचर्या शुरू दिन की शुरुआत

ब्रह्ममुहूर्त में उठा करें। गुनगुना पानी पीएं. जिससे शरीर जागृत होता हैं। दैनिक क्रियाओं के बाद तेल मालिश करें (तिल, नारियल या सरसों के तेल से)। व्यायाम, योग और उबटन अपनाएं। ब्रश के बाद ऑयल पुलिंग करें, फिर स्नान करें रात 9 से सुबह 5 बजे तक नींद लें, दिन में सोना वर्जित है।

  1. मानसिक स्वास्थ्य और अनुशासन

संयमित जीवनशैली अपनाएं। सकारात्मक सोच, दया, वाणी व विचारों पर नियंत्रण रखें। ईर्ष्या, लोभ व द्वेष से बचें।

  1. शरीर और मन को दें

पोषण विरुद्ध आहार न लें जैसे दूध के साथ फल दही के साथ खीर या कोल्डड्रिंक ऊर्जावान आहार लें जैसे जी, मूंग दाल, लौकी, घी आंवला, खजूर एवं मसाले।

  1. डिटॉक्स इम्युनिटी बढ़ाएं

सुबह खाली पेट त्रिफला या मेथी पानी लें। गुनगुना पानी दिनभर पीएं।

  1. रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जड़ी-बूटियां आंवला गिलोय असगंधा ब्राह्मी, शिलाजीत का सेवन करें। सुबह दो चम्मच गर्म पानी में आंवला रस लें। रात को दूध के साथ एक चम्मच मुलेठी का पाउडर लें सर्दियों में च्यवनप्राश गर्मियों में ब्रह्मरसायन सुबह-शाम दूध से लें।