7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ANTF का बड़ा एक्शन: 3 साल में 175 करोड़ के अवैध मादक पदार्थ जब्त, 469 गिरफ्तार

ANTF का बड़ा एक्शन:  नशे के सौदागरों के खिलाफ 187 मुकदमे, 469 की गिरफ्तारी। 2024 में अब तक 98 करोड़ रुपए से ज्यादा के अवैध मादक पदार्थ बरामद। 

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Sep 21, 2024

ANTF Action

ANTF Action

ANTF का बड़ा एक्शन: योगी सरकार के सख्त रवैये और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की कड़ी कार्रवाई के चलते उत्तर प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों के कारोबार पर बड़ा प्रहार किया गया है। पिछले 3 वर्षों में एएनटीएफ ने 175 करोड़ से ज्यादा मूल्य के अवैध मादक पदार्थ जब्त किए हैं। सरकार के इस सख्त अभियान का नतीजा यह हुआ है कि नशे के सौदागरों के खिलाफ 187 मुकदमे दर्ज किए गए और 469 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

यह भी पढ़ें: UP Electricity Tariff: यूपी में महंगा हो सकता है विद्युत कनेक्शन UPPCL ने बढ़ाए चार्ज का प्रस्ताव

तीन वर्षों में बड़ी कार्रवाई: 20,000 किलो से अधिक मादक पदार्थ जब्त

पिछले तीन सालों में एएनटीएफ ने नशे के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। 2022 से लेकर 2024 तक कुल 187 अभियोग दर्ज किए गए और 469 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इन तीन वर्षों के दौरान एएनटीएफ ने कुल 20,384.91 किलो मादक पदार्थ जब्त किया, जिसकी कुल कीमत 175 करोड़ 49 लाख 27 हजार 500 रुपए है। जब्त किए गए मादक पदार्थों में मार्फिन, हेरोइन (स्मैक), चरस, अफीम, डोडा (पोस्ता तृण), गांजा और मेफेड्रान जैसे नशीले पदार्थ शामिल थे।

2024 में अब तक की गई कार्रवाई

2024 में एएनटीएफ की अब तक की कार्रवाई ने इस अभियान को और गति दी है। इस वर्ष 91 अभियोग दर्ज किए गए और 190 गिरफ्तारियां हुईं। वर्ष 2024 में अब तक जब्त किए गए मादक पदार्थों की कुल मात्रा 9,988.86 किलो रही, जिनकी कीमत 98 करोड़ 49 लाख 52 हजार रुपए आंकी गई है। इस वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, 1.78 किलो मार्फिन, 13.93 किलो हेरोइन, 23.85 किलो चरस, 61.88 किलो अफीम, 3414.98 किलो डोडा (पोस्ता तृण), 6467.01 किलो गांजा और 3.44 किलो मेफेड्रान को बरामद किया गया है।

यह भी पढ़ें: TB Awareness: योगी सरकार की मुहिम: 125 टीबी मरीजों को गोद लेंगे अधिकारी

नशे के सौदागरों पर शिकंजा: अवैध मादक पदार्थों का कारोबार पर सख्त प्रहार

एएनटीएफ के इस व्यापक अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री को रोकना और नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करना है। इस अभियान के तहत विभिन्न नशीले पदार्थों के बड़े गिरोहों पर कार्रवाई की जा रही है, जिससे उत्तर प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।

अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण नियंत्रण की कोशिश

योगी सरकार के तहत उत्तर प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को नियंत्रित करने के लिए एएनटीएफ निरंतर सक्रिय है। एएनटीएफ की यह कार्रवाई राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गई, जिसमें नशीली दवाओं और अवैध मादक पदार्थों के उत्पादन, वितरण और उपभोग के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए।

सरकार की प्रतिबद्धता: नशा मुक्त समाज की दिशा में कदम

उत्तर प्रदेश सरकार की यह कार्रवाई केवल अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य नशा मुक्त समाज का निर्माण करना है। एएनटीएफ की सफलता राज्य सरकार की इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है कि नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जाएगा और राज्य को नशे के खतरे से मुक्त किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: Railway News: रेलवे का बड़ा कदम: पहली बार लखनऊ से टाटानगर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन

एएनटीएफ द्वारा पिछले तीन सालों में की गई कार्रवाई ने अवैध मादक पदार्थों के कारोबार पर एक बड़ा प्रहार किया है। 175 करोड़ से ज्यादा के मादक पदार्थ जब्त करना और सैकड़ों तस्करों की गिरफ्तारी यह दर्शाता है कि सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। इस अभियान की निरंतरता से उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश को नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में और अधिक प्रगति होगी।